वाशिंगटन, 11 मार्च अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन का प्रशासन भारत को न केवल हथियार तथा साजो-सामान मुहैया करा कर बल्कि उसे अपना रक्षा औद्योगिक आधार विकसित करने में भी मदद कर नयी दिल्ली के साथ अपने सैन्य एवं तकनीकी सहयोग को प्रगाढ़ करने की कोशिश कर रहा है।
पेंटागन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को सांसदों को यह जानकारी दी।
हिंद-प्रशांत सुरक्षा से जुड़े मामलों के कार्यकारी सहायक रक्षा सचिव डेविड हेल्वे ने सांसदों से कहा, ‘‘ हम भारत के साथ सैन्य एवं तकनीकी सहयोग को गहरा करने की कोशिश कर रहे हैं, जो कि उन्हें हथियार तथा साजो-सामान उपलब्ध कराने पर आधारित है, ताकि हम अंतर-बलों और क्षमताओं का निर्माण कर सकें और भारत का रक्षा औद्योगिक आधार विकसित करने में उनकी मदद कर सकें। इसका मकसद यह है कि भारत अपनी जरूरतों के हिसाब से साजो-सामान का उत्पादन कर सके और हमारे साथ तथा क्षेत्र के अन्य देशों के साथ मिल कर काम कर सके।’’
हेल्वे ने कहा कि भारत अमेरिका का एक सच्चा साझेदार और बढ़ता साझेदार है।
उन्होंने ‘हाउस आर्मड सर्विज कमेटी’ की सुनवाई के दौरान सांसद डौग लेम्बोर्न के सवाल के जवाब में यह बयान दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘ भारत को हमने प्रमुख रक्षा साझेदार का दर्जा दिया है।’’
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