विदेश की खबरें | इजराइल की कार्रवाई में फलस्तीनी सुरक्षा बल का एक सदस्य मारा गया
श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

इस बीच, रविवार को फलस्तीनी लोगों ने एक दिन पहले गाजा पट्टी में इजराइली हमलों में मारे गए छह लोगों को अंतिम विदाई दी। मृतकों में एक किशोर भी शामिल था।

एक अलग घटनाक्रम में इजराइल ने चेतावनी दी है कि यदि हिजबुल्ला के आतंकवादी सीमा से नहीं हटते हैं और लेबनानी सैनिक ‘बफर जोन’ की निगरानी करने में विफल रहते हैं तो लेबनान में संघर्ष विराम समझौता समाप्त हो सकता है।

‘बफर जोन’ दो या दो से ज्यादा विरोधी ताकतों के बीच का एक तटस्थ क्षेत्र होता है।

इजराइल की अर्धसैनिक सीमा पुलिस ने कहा कि उसने हसन रबैया को गिरफ्तार करने के लिए पश्चिमी तट के मीथालून गांव में एक अभियान चलाया। उसने उसे वांछित आतंकवादी बताया है।

उसने बताया कि भागने की कोशिश करते समय हुई गोलीबारी में वह मारा गया और सैनिकों को उसके घर के अंदर एक बन्दूक, हथियार के हिस्से और लगभग 26,000 अमेरिकी डॉलर नकद मिले।

मीथालून उत्तरी पश्चिमी तट के शहर जेनिन के निकट स्थित है, जो हाल के वर्षों में इजराइल-फलस्तीनी हिंसा का केंद्र रहा है।

फलस्तीनी सुरक्षा सेवाओं ने रबैया की पहचान अपने सुरक्षा बल में प्रथम लेफ्टिनेंट के रूप में की है और कहा है कि वह “अपने राष्ट्रीय कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए मारा गया”।

गाजा में लगभग 14 महीने की लड़ाई को रोकने के लिए 27 नवंबर को हुए समझौते के तहत हिजबुल्ला को दक्षिणी लेबनान में तुरंत अपने हथियार डालने होंगे।

इसने इजराइल को अपनी सेना वापस बुलाने और लेबनानी सेना तथा संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों को नियंत्रण सौंपने के लिए 60 दिन का समय दिया था।

इजराइल ने दक्षिणी लेबनान के कई शहरों में से केवल दो से ही अब तक सेना वापस बुलाई है।

एपी

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