लखनऊ, 24 नवंबर : उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राज्य के मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है. भाजपा ने अखिलेश यादव पर अधूरे उद्घाटन कर श्रेय लेने का आरोप लगाया है. सपा सरकार के कार्यों को अपना दिखाने के सपा प्रमुख अखिलेश यादव के आरोपों पर पलटवार करते हुए भाजपा ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर बुधवार को एक वीडियो डाला जिसका शीर्षक था ‘‘अधूरे उद्घाटन कर नाम चिपकाने में उस्ताद हैं बड़बोले अखिलेश यादव.'' पार्टी ने इसी ट्वीट में कहा, ''कुछ लोगों के काम नहीं कारनामे बोलते हैं.'' ट्वीट में भाजपा ने आगे कहा, ''ऐसी ही कहानी उत्तर प्रदेश के एक राजकुमार (अखिलेश यादव) की भी है, जिन्होंने अपने शासन में काम तो किया नहीं, और जो किया वो पूरा नहीं किया और अब भाजपा सरकार के कार्यों पर अपना टैग चिपकाने में लगे हुए हैं.'' भाजपा ने कहा, ''जनता से आग्रह है, ऐसे नक्कालों से सावधान रहें.''
इसी वीडियो में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे, इटावा का लायन सफारी और लखनऊ का जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर, गोमती रिवर फ्रंट आदि कार्यों का जिक्र कर यह आरोप लगाया गया है कि अधूरे कार्यों का आनन-फानन में अखिलेश यादव ने फीता काटा लेकिन जनता उनके झांसे में नहीं आने वाली है. वीडियो में यह भी आरोप लगाया कि, ''पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर अपना स्टीकर चिपका कर लाल टोपी वाले अखिलेश जनता को टोपी पहनाने में लगे हैं. अखिलेश जी, बेहतर हो कि जिस काम को आपने किया, उसी का श्रेय लें क्योंकि अब समय बदल चुका है, यूपी की जनता हर झूठ और सच का फर्क अच्छे से समझती है और यह आपके झांसे में नहीं आने वाली है.'' अभी पिछले 16 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का उद्घाटन किया तो सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने दावा किया था कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का शिलान्यास सपा की सरकार में किया गया था और उसका श्रेय भाजपा ले रही है. यह भी पढ़ें : अखिलेश यादव को डराने के लिए बीजेपी ने 2017 के वीडियो क्लिप का किया उपयोग
इसके अलावा यादव ने चार दिन पहले ट्वीट किया था, ''सपा में 99 प्रतिशत बन चुके बांध को भाजपाई पांच साल में पूरा कर पाये पर श्रेय लेने तुरंत दौड़े आए. बेरोजगारी महंगाई से त्रस्त बुंदेलखंड पूछता है कि कोरोना काल में प्रसव पीड़ा से तड़पती व एक बच्चे को अटैची पर ले जाने को मजबूर मां के समय कहां थे ये कैंची जीवी.'' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 नवंबर को देलखंड के महोबा में अर्जुन सहायक परियोजना समेत कई सिंचाई परियोजनाओं का लोकार्पण किया था.