नोएडा (उत्तर प्रदेश), 19 फरवरी: गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गुड़गांव में औसत वायु गुणवत्ता ‘‘बेहद खराब’’ दर्ज की गई जबकि फरीदाबाद में यह ‘‘खराब’’ रही. एक सरकारी एजेंसी की तरफ से शुक्रवार को जारी आंकड़ों से यह पता चला. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा तैयार किए जाने वाले वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) के मुताबिक दिल्ली से सटे सभी पांचों शहरों में पीएम-2.5 और पीएम 10 प्रदूषक का स्तर भी बना हुआ है.
उल्लेखनीय है कि शून्य से 50 के बीच वायु गुणवत्ता 'अच्छी', 51 से 100 के बीच संतोषजनक, 101 से 200 के बीच 'मध्यम', 201 से 300 के बीच 'खराब', 301 से 400 के बीच 'बेहद खराब' और 401 से 500 के बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक 'गंभीर' श्रेणी में माना जाता है.
सीपीसीबी के ऐप ‘समीर’ के मुताबिक शुक्रवार शाम चार बजे तक 24 घंटे का औसत एक्यूआई गाजियाबाद में 352, नोएडा में 324, ग्रेटर नोएडा में 304, फरीदाबाद में 288 और गुड़गांव में 338 दर्ज किया गया.
बृहस्पतिवार को एक्यूआई गाजियाबाद में 325, नोएडा में 315, ग्रेटर नोएडा में 336, फरीदाबाद में 307 और गुरुग्राम में 296 दर्ज किया गया. वहीं, बुधवार को गाजियाबाद में एक्यूआई 328 दर्ज किया गया था जबकि नोएडा, ग्रेटर नोएडा, फरीदाबाद और गुरुग्राम में एक्यूआई क्रमश: 322, 337,307 और 316 दर्ज किया गया था.
मंगलवार को गाजियाबाद में 356 एक्यूआई दर्ज किया जबकि नोएडा में 335, ग्रेटर नोएडा में 375, फरीदाबाद में 310 और गुरुग्राम में 302 एक्यूआई दर्ज किया गया था. सीपीसीबी का कहना है कि ज्यादा समय तक एक्यूआई ‘‘बेहद खराब’’ श्रेणी में रहने से सांस संबंधी बीमारी हो सकती है.
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