नयी दिल्ली, 10 अक्टूबर कृषि जिंसों के निर्यात ने कोरोना वायरस महामारी के जारी प्रकोप को धता बताते हुए चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में 43.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की और 53,626.6 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने शनिवार को इसकी जानकारी दी।
यह निर्यात पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 37,397.3 करोड़ रुपये रहा था।
सितंबर 2020 में कृषि निर्यात सितंबर 2019 के 5,114 करोड़ रुपये से 81.7 प्रतिशत बढ़कर 9,296 करोड़ रुपये हो गया।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘कृषि निर्यात को बढ़ावा देने के सरकार के लगातार और ठोस प्रयास परिणाम दिखा रहे हैं, क्योंकि कोविड-19 संकट के बावजूद अप्रैल-सितंबर 2020 की अवधि में आवश्यक कृषि वस्तुओं के निर्यात में 43.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और 53,626.6 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।’’
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अप्रैल से सितंबर के दौरान मूंगफली के निर्यात में 35 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इसी तरह परिष्कृत चीनी में 104 प्रतिशत, गेहूं में 206 प्रतिशत, बासमती चावल में 13 प्रतिशत और गैर-बासमती चावल में 105 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी।
इसके अलावा, अप्रैल-सितंबर 2020 के दौरान व्यापार का संतुलन देश के पक्ष में 9,002 करोड़ रुपये रहा, जबकि साल भर पहले की समान अवधि में 2,133 करोड़ रुपये का व्यापार घाटा हुआ था।
सरकार ने कृषि निर्यात को बढ़ावा देने के लिये कृषि निर्यात नीति 2018 की घोषणा की थी। इसके तहत कृषि उत्पादों के निर्यात को प्रोत्साहन प्रदान करने के लिये कई प्रावधान किये गये हैं।
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