पुलिस भर्ती परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर परीक्षार्थियों का आंदोलन, अखिलेश और प्रियंका का समर्थन
Priyanka Gandhi | Photo : X

प्रयागराज/लखनऊ, 23 फरवरी : प्रदेश के विभिन्न जिलों में 17 और 18 फरवरी को हुई पुलिस भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र कथित तौर पर लीक होने के विरोध में प्रतियोगी छात्रों का आंदोलन यहां उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के गेट के सामने शुक्रवार को जारी रहा. उधर प्रतियोगी परीक्षार्थियों के समर्थन में शुक्रवार को समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने 'एक्स' पर अपनी प्रतिक्रिया दी. प्रतियोगी छात्र अभिनव द्विवेदी ने संवाददाताओं से कहा कि पुलिस भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र कथित रूप से लीक होने के खिलाफ उनका आंदोलन जारी है और उनकी मांग है कि यह परीक्षा निरस्त की जाए तथा उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष संजय श्रीनेत को हटाया जाए. उन्होंने आरोप लगाया कि इस परीक्षा के लिए दूसरे जिलों में परीक्षा केंद्र बनाए जाने से यह गड़बड़ी हुई. उधर राजधानी लखनऊ में भी उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड की ओर से आयोजित सिपाही भर्ती परीक्षा में पेपर लीक का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को हजारों अभ्यर्थियों ने लखनऊ के ईको गार्डेन में प्रदर्शन किया.

उन्होंने भर्ती बोर्ड के खिलाफ नारेबाजी करते हुए फिर से परीक्षा कराने की मांग की है. प्रदर्शनस्थल पर पीएसी समेत भारी पुलिस बल मौजूद रहा. बोर्ड की ओर से जारी सूचना के अनुसार, 17 व 18 फरवरी को चार पालियों में हुई सिपाही भर्ती की लिखित परीक्षा के संबंध में विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर कुछ प्रश्न पत्रों के संबंध में सूचनाएं आ रही हैं. अभ्यर्थियों द्वारा विभिन्न जिलों में इसे लेकर प्रत्यावेदन दिए जा रहे हैं. समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' पर पोस्ट किया, ''इलाहाबाद लोकसेवा आयोग पर प्रतियोगी छात्रों का जो आंदोलन चल रहा है हम उनके साथ हैं. दरअसल भाजपा किसी भी परीक्षा को पूरा नहीं करना चाहती है क्योंकि उसके बाद नौकरी देनी होगी और नौकरी में आरक्षण देना होगा. भाजपा न नौकरी देना चाहती है, न आरक्षण. यूथ कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा!'' यह भी पढ़ें : Greater Noida : सैमसंग के 13 लाख रुपए के फोन चुरानेवाले 3 लोगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

परीक्षार्थियों के समर्थन में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने 'एक्स' पर लिखा, ''फिर से परीक्षा, फिर से परीक्षा…. बस एक बार सोच कर देखिए- 50 लाख से अधिक युवाओं ने फॉर्म भरा. ये प्रदेश के इतिहास की सबसे बड़ी परीक्षा थी. 400 रुपये का एक फॉर्म था. 48 लाख एडमिट कॉर्ड जारी हुए. और परीक्षा का पेपर पहले ही लीक हो गया. क्या बीत रही होगी बच्चों पर? उनके परिवारों पर? ऐसा ही आरओ एग्जाम में हुआ. पेपर लीक हो गया.''

प्रियंका ने कहा, ''उप्र के एक-एक गाँव में यह चर्चा हो रही है. सरकार सो रही है. लड़के-लड़कियाँ इलाहाबाद, मेरठ से लखनऊ तक चीख-पुकार-प्रदर्शन कर रहे हैं और पुर्नपरीक्षा की माँग कर रहे हैं. सरकार उन्हें अपमानित कर रही है, लाठियों से पिटवा रही है.’’ उन्होंने लिखा ‘‘कौन कराता है ये पेपर लीक? कैसे होता है ये पेपर लीक? चाँद-मंगल पर जाने वाला हमारा देश एक फुलप्रूफ परीक्षा नहीं करा सकता, जहां एक युवा की मेहनत चोरी न हो, उसके भविष्य पर डाका न पड़े!!'' इस बीच, उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने पुलिस भर्ती परीक्षा में शामिल हुए प्रतियोगी छात्रों से सुसंगत प्रमाण एवं साक्ष्यों के साथ 23 फरवरी को शाम छह बजे तक प्रत्यावेदन मांगा है. बोर्ड ने प्रत्यावेदन एवं प्रमाण का परीक्षण करने के बाद अभ्यर्थियों के हित में आगे की कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है.