नयी दिल्ली, 26 मई दक्षिणी दिल्ली में एक डॉक्टर की कथित आत्महत्या के मामले में गिरफ्तार आप विधायक प्रकाश जरवाल ने मंगलवार को दिल्ली की एक अदालत से जमानत मांगी।
सुनवाई के लिए याचिका के बुधवार को सूचीबद्ध होने की संभावना है।
विधायक ने इसमें दावा किया है कि उनके खिलाफ आरोप पूरी तरह गलत और मनगढ़ंत हैं तथा डॉक्टर की दुर्भाग्यपूर्ण आत्महत्या में उनकी कोई भूमिका नहीं है। जनप्रतिनिधि होने के नाते घटना से वह भी दुखी हैं।
जमानत अर्जी में कहा गया कि विगत में डॉक्टर से उनका कोई प्रत्यक्ष या परोक्ष संपर्क नहीं रहा और उत्पीड़न तथा डॉक्टर या उनके परिवार से कभी धन मांगने का कोई सवाल ही नहीं है।
याचिका में विधायक ने कहा कि उनके खिलाफ आरोप एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा हैं। वह झूठे, निराधार और राजनीति से प्रेरित आरोपों को खारिज करते हैं।
इसमें कहा गया है कि सुसाइड नोट में कही गई बातें जांच का विषय हैं और हो सकता है कि डॉक्टर को आवेदक/आरोपी से बदला लेने के लिए औजार के रूप में इस्तेमाल किया गया हो क्योंकि आवेदक ने टैंकर माफिया के खिलाफ काफी काम किया है।
डॉक्टर राजेंद्र सिंह (52) ने दक्षिणी दिल्ली के दुर्गा विहार में 18 अप्रैल को कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी और सुसाइड नोट में घटना के लिए उन्होंने जरवाल को जिम्मेदार बताया था।
जरवाल की तरह सिंह भी 2007 से दिल्ली जल बोर्ड के साथ पानी की आपूर्ति के कारोबार में शामिल थे।
पुलिस ने आरोप लगाया कि जरवाल और उनके साथी, डॉक्टर सहित अन्य पानी टैंकर मालिकों से धन वसूल रहे थे।
डॉक्टर के पुत्र हेमंत की शिकायत पर देवली विधानसभा क्षेत्र के विधायक जरवाल को वसूली और आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में पुलिस ने नौ मई को गिरफ्तार कर लिया था।
प्राथमिकी में कहा गया है कि जरवाल तथा अन्य ने सिंह को धमकी दी थी।
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