कराची, 23 मई पाकिस्तान में शुक्रवार को विमान हादसे में 97 लोगों की मौत हो गई और दो यात्री चमत्कारिक रूप से बच गए।
गौरतलब है कि पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) का एक यात्री विमान शुक्रवार को यहां जिन्ना अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के पास घनी आबादी वाले रिहाइशी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
अधिकारियों ने बताया कि विमान लाहौर से आ रहा था और कराची उतरने ही वाला था कि एक मिनट पहले मालिर में मॉडल कॉलोनी के निकट जिन्ना गार्डन में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
डॉन न्यूज ने शनिवार को सिंध के स्वास्थ्य अधिकारियों के हवाले से बताया कि 97 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है जबकि दो लोग बच गए हैं।
खबर में बताया गया कि जीवित बचे दोनों लोगों की हालत स्थिर है तथा 19 मृतकों की शिनाख्त कर ली गई है।
राष्ट्रीय विमानन कंपनी के एयरबस ए320 में 91 यात्री और चालक दल के आठ सदस्य सवार थे।
खबर के मुताबिक पहले एक महिला की पहचान विमान में सवार यात्रियों में से जीवित बची शख्स के तौर पर की गई थी लेकिन बाद में वह उस इलाके की निवासी निकली जहां विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। वह उन 11 लोगों में से एक है जो रिहायशी इलाके में विमान दुर्घटनाग्रस्त होने से घायल हुए हैं।
सिंध की स्वास्थ्य मंत्री के मीडिया संयोजक मीरान युसूफ ने बताया कि घायलों में ज्यादातर महिलाएं हैं क्योंकि जब विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ तो वह शुक्रवार की नमाज का वक्त था। उन्होंने बताया कि घायल हुए सभी निवासियों की हालत स्थिर है।
सिंध की स्वास्थ्य मंत्री अजरा पेचुहो ने बताया कि हादसे में दो लोग बचे हैं जिनमें बैंक ऑफ पंजाब के अध्यक्ष जफर मसूद भी शामिल हैं और उन्होंने अपनी मां को फोन कर अपने कुशल होने की जानकारी दी।
ईधी कल्याण ट्रस्ट के फैजल ईधी ने बताया कि ऐसे 25-30 निवासियों को भी अस्पताल ले जाया गया है जिनके घरों को इस विमान हादसे में नुकसान पहुंचा है। उनमें से अधिकतर झुलस गए थे।
क्रैश लैंडिंग के दौरान विमान के पंख आवासीय कॉलोनी के घरों से टकराते गए और इसके बाद विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
ईधी ने कहा, “इस हादसे में कम से कम 25 मकानों को नुकसान पहुंचा है।”
पीआईए के अधिकारियों के मुताबिक, कैप्टन ने हवाई यातायात टावर को सूचित किया कि उसे विमान के लैंडिंग गियर में कुछ गड़बड़ी लग रही है और इसके बाद विमान रडार से गायब हो गया।
दुर्घटना के कारण की पुष्टि होना अभी बाकी है। पीआईए के मुख्य कार्यकारी एयर वाइस मार्शल अरशद मलिक ने कहा कि पायलट ने यातायात नियंत्रक को बताया था कि वह कुछ “तकनीकी मुश्किलों” का अनुभव कर रहा है।
मलिक ने उन खबरों को खारिज किया कि विमान में उड़ान से पहले भी गड़बड़ी थी।
उन्होंने कहा, “दुर्घटना के असली कारण का पता जांच के बाद चलेगा जो स्वतंत्र व निष्पक्ष होगी तथा मीडिया को उपलब्ध कराई जाएगी।”
उन्होंने कहा कि इस अभियान को पूरा होने में दो से तीन दिन का वक्त लगेगा।
पाकिस्तान ने दुर्घटना की वजह का पता लगाने के लिए चार सदस्यीय बोर्ड ऑफ इन्क्वायरी का गठन किया है।
सरकार के विमानन मंडल द्वारा जारी एक आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार बोर्ड को जल्द से जल्द जांच पूरी करने के लिए कहा गया है।
पाकिस्तान में सात दिसंबर 2016 के बाद यह पहला बड़ा विमान हादसा है जब चित्राल से इस्लामाबाद आ रहा एक पीआईए एटीआर-42 विमान बीच में ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में विमान में सवार सभी 48 लोगों की मौत हो गई थी।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, लेटेस्टली स्टाफ ने इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया है)