मुंबई, 1 जनवरी : भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने सोमवार को कहा कि चलन में मौजूद 2,000 रुपये के लगभग 97.38 प्रतिशत नोट अबतक बैंकिंग प्रणाली में वापस आ चुके हैं और अब सिर्फ 9,330 करोड़ रुपये के नोट ही लोगों के पास बचे हैं. आरबीआई ने पिछले साल 19 मई को 2,000 रुपये मूल्य वर्ग के नोटों को चलन से वापस लेने की घोषणा की थी. आरबीआई ने बयान में कहा, “2,000 रुपये के नोटों का कुल मूल्य, जो 19 मई, 2023 को कारोबार समाप्ति पर 3.56 लाख करोड़ रुपये था, अब 29 दिसंबर, 2023 को कारोबार बंद होने के समय घटकर 9,330 करोड़ रुपये हो गया है.”
इस तरह 19 मई, 2023 को चलन में मौजूद 2,000 रुपये के कुल नोटों का 97.38 प्रतिशत हिस्सा बैंकिंग प्रणाली में वापस आ चुका है. हालांकि, केंद्रीय बैंक ने कहा कि 2,000 रुपये के नोट अब भी वैध मुद्रा बने हुए हैं. इन नोटों को आरबीआई के देशभर में मौजूद क्षेत्रीय कार्यालयों में जाकर बदला या जमा किया जा सकता है। इसके अलावा लोग किसी भी डाकघर से आरबीआई के किसी भी कार्यालय में इंडिया पोस्ट के माध्यम से 2,000 रुपये के नोट अपने बैंक खातों में जमा करने के लिए भेज सकते हैं.
आरबीआई ने इन नोटों को चलन से वापस लेते समय इन नोटों को 30 सितंबर तक बदलने या बैंक खातों में जमा करने के लिए कहा था. बाद में समयसीमा को सात अक्टूबर तक बढ़ा दिया गया था. आठ अक्टूबर से लोग आरबीआई के 19 कार्यालयों में जाकर 2,000 रुपये के नोटों को बदल या जमा करा सकते हैं. इस वजह से इन कार्यालयों में कामकाजी घंटों के दौरान अच्छी-खासी भीड़ देखने को मिल रही है.
आरबीआई के ये कार्यालय अहमदाबाद, बेंगलुरु, बेलापुर, भोपाल, भुवनेश्वर, चंडीगढ़, चेन्नई, गुवाहाटी, हैदराबाद, जयपुर, जम्मू, कानपुर, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई, नागपुर, नई दिल्ली, पटना और तिरुवनंतपुरम में हैं. नवंबर, 2016 में 1,000 रुपये और 500 रुपये के तत्कालीन नोटों का चलन बंद करने के बाद आरबीआई ने 2,000 रुपये का नोट जारी किया था.
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