नयी दिल्ली, 17 अप्रैल देशभर में कोरोना वायरस मरीजों के इलाज में कार्यरत सैन्य स्वास्थ्य केन्द्रों में स्नातकोत्तर की पढ़ाई कर रहे करीब 650 सशस्त्र बल चिकित्सा अधिकारियों को तैनात किया जा रहा है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
वर्तमान में ये सभी चिकित्सा अधिकारी पुणे स्थित सशस्त्र बल मेडिकल कॉलेज में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।
कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोत्तरी होने के चलते देश के विभिन्न हिस्सों में सशस्त्र बल चिकित्सा सेवाओं (एएफएमएस) के योगदान का आंकलन करने के मद्देनजर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक बैठक की। इस दौरान कोरोना वायरस के मरीजों का इलाज करने के लिए चिकित्सा अधिकारियों को तैनात करने का फैसला लिया गया
इसके अलावा, संक्रमितों का इलाज कर रहे अस्पतालों में सेवाएं देने के लिए भी 100 चिकित्सा अधिकारियों को तैनात किया जा रहा है।
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा, 50 एएफएमएस को 'कोविड-19 अस्पताल' और 'मिश्रित कोविड-19' अस्पताल के तहत अधिसूचित किया गया है।
बयान के मुताबिक, इन अस्पतालों में कुल 9,038 मरीज के लिए बिस्तर उपलब्ध हैं और राज्यों में मरीजों के बोझ को कम करने के लिए असैनिक कोविड-19 मरीजों को भी इन अस्पतालों में भर्ती किया जाएगा।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में रक्षा सचिव अजय कुमार, एएफएमएस के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अनूप बनर्जी, चिकित्सा सेवाएं महानिदेशालय (नौसेना) के महानिदेशक वाइस एडमिरल एमवी सिंह और चिकित्सा सेवाएं महानिदेशालय (वायु) के महानिदेशक एयर मार्शल एमएस बुटोला मौजूद रहे।
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