लखनउ, 12 अगस्त उत्तर प्रदेश में बीते 24 घंटे के दौरान कोविड-19 के 4583 नये मामले सामने आये जबकि 54 और मौतों के साथ बुधवार को मृतक संख्या बढ़कर 2230 हो गई।
अपर मुख्य सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 4583 नये मामले सामने आये जबकि उपचाराधीन मामलों की संख्या 49, 347 है।
प्रसाद ने बताया कि कुल 84, 661 लोग पूर्णतया उपचारित होकर अपने घरों को चले गये हैं जबकि संक्रमण के कारण कुल 2230 लोगों की मौत हो चुकी है। प्रदेश में 1, 36, 238 कोरोना वायरस संक्रमण के मामले हैं।
उन्होंने बताया कि मंगलवार को 97, 911 नमूनों की जांच की गई और अब तक कुल 34, 12, 346 नमूनों की जांच की जा चुकी है। उत्तर प्रदेश देश का ऐसा राज्य है जो हर दिन सर्वाधिक जांच कर रहा है।
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि मंगलवार को पूल टेस्टिंग के माध्यम से पांच-पांच सैम्पल के 3083 पूल लगाये गये, जिनमें से 522 पॉजिटिव निकले जबकि दस-दस सैम्पल के 164 पूल लगाये गये, जिनमें से 23 पॉजिटिव पाये गये।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में कुल उपचाराधीन मामलों में से 21, 758 लोग घर पर ही पृथकवास में हैं। ये लोग लक्षण विहीन हैं और घर पर रहकर ही स्वास्थ्य लाभ कर रहे हैं।
प्रसाद ने बताया कि 39, 678 लोग अब तक घर पर पृथकवास में जा चुके हैं जबकि 17, 920 लोगों का घर पर पृथकवास समाप्त हो चुका है। भुगतान के आधार पर निजी चिकित्सालयों में 1627 लोग इलाज करा रहे हैं जबकि सेमी पेड एल—1 प्लस सुविधाओं यानी होटलों में 196 लोग हैं, जिनका इलाज सरकारी चिकित्सक दल कर रहा है ।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में एक अगस्त से 11 अगस्त के बीच जो नमूनों की जांच की गयी, उसके आधर पर पॉजिटिविटी का प्रतिशत 4 . 8 प्रतिशत है यानी कुल मिलाकर पॉजिटिविटी पांच प्रतिशत से कम रही है। इस महीने में संक्रमण की संख्या ज्यादा होने के बाद भी यह कम रही है। भारत सरकार कहती है कि पॉजिटिविटी पांच प्रतिशत के अंदर रखने का प्रयास करना चाहिए।
प्रसाद ने बताया कि सबसे ज्यादा पॉजिटिविटी पांच जनपदों कानपुर नगर, गोरखपुर, देवरिया, महाराजगंज और लखनउ में रही जबकि अगस्त महीने में सबसे कम पॉजिटिविटी हाथरस, बागपत, महोबा, कासगंज और बुलंदशहर में रही।
उन्होंने बताया कि आरोग्य सेतु ऐप का हम निरंतर उपयोग कर रहे हैं और अब तक 8, 42, 800 ऐसे लोगों को कॉल किया जा चुका है, जिन्हें आरोग्य सेतु के माध्यम से एलर्ट आये । फोन स्वास्थ्य विभाग के नियंत्रण कक्ष और मुख्यमंत्री हेल्पलाइन से किये गये ।
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि ई—संजीवनी पोर्टल का भी अब लोग काफी उपयोग कर रहे हैं । आप आसानी से अपने फोन नंबर से इससे पंजीकरण करा सकते हैं। अगर आपके पास इंटरनेट सुविधा है तो फोन, लैपटाप या टैबलेट के जरिए आप डाक्टर की सलाह प्राप्त कर सकते हैं। इसमें चिकित्सक से वीडियो कॉलिंग होती है और वह परामर्श देते हैं तथा दवाई भी बताते हैं ।
उन्होंने बताया कि मंगलवार को 1523 लोगों ने ई—संजीवनी के माध्यम से घर बैठे डाक्टरों की सलाह प्राप्त की । अब तक 24, 663 लोग इस पोर्टल का लाभ उठा चुके हैं । इस कार्य में बहराइच आगे चल रहा है । हरदोई और मेरठ के लोग भी लगातार इसका लाभ उठा रहे हैं । ये तीन जनपद इस पोर्टल का सबसे अधिक लाभ उठा रहे हैं ।
प्रसाद ने प्रदेश की जनता से अनुरोध किया कि वह इस पोर्टल का लाभ उठाये खासकर बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं, छोटे बच्चे और पहले से बीमार लोग इसका लाभ उठायें । ऐसे लोगों को अत्यंत अपरिहार्य परिस्थितियों में ही घर से बाहर निकलना चाहिए ।
उन्होंने बताया कि कोविड-19 हेल्पडेस्क का निरंतर संजाल फैल रहा है और हम लगातार नेटवर्क बढा रहे हैं । अब तक कार्यालयों और सार्वजनिक प्रतिष्ठानों में 61, 831 कोविड-19 हेल्पडेस्क बनाये जा चुके हैं । इन हेल्पडेस्क पर इन्फ्रारेड थर्मोंमीटर, पल्स आक्सीमीटर और सेनेटाइजर की व्यवस्था अनिवार्य रूप से होती है । इसके अच्छे परिणाम आये हैं और कुल 6, 43, 991 लक्षणात्मक लोगों को हम चिन्हित कर चुके हैं । उनके नमूने लेकर जांच पड़ताल की गयी है ।
निगरानी के बारे में प्रसाद ने बताया कि निगरानी का कार्य 53, 913 इलाकों में किया गया और 1, 69, 12, 280 घरों में 8, 51, 85, 977 लोगों का इसके तहत सर्वेक्षण किया गया ।
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