नई दिल्ली, 5 नवंबर : भारत के छोटे शहरों और कस्बों में निजी खपत और मांग बढ़ने के साथ त्योहारी सीजन ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के लिए शानदार रहा. एक लेटेस्ट रिपोर्ट के अनुसार, प्रीमियमाइजेशन के बढ़ते ट्रेंड के साथ ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म ने महीने भर चलने वाले त्योहारी सीजन में सकल व्यापारिक मूल्य (जीएमवी) 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक दर्ज किया है.
उद्योग के आंकड़ों के अनुसार, यह देश में प्रमुख ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर पिछले साल की त्योहारी बिक्री से 20 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि है. 26 सितंबर से शुरू हुई त्योहारी बिक्री के पहले सप्ताह में अकेले 55,000 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ, जो कुल बिक्री का लगभग आधा है. ई-कॉमर्स कंसल्टेंसी डेटम इंटेलिजेंस ने इस त्योहारी सीजन में बिक्री में 23 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि का अनुमान लगाया है. यह भी पढ़ें : Bosch Layoffs: कर्मचारियों पर मंडराया बेरोजगारी का संकट, बॉश कंपनी करेगी 7 हजार कर्मचारियों की छंटनी
मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स और फैशन कैटेगरी में तेजी आई, जबकि अन्य कैटेगरी जैसे ब्यूटी और पर्सनल केयर, होम और क्विक कॉमर्स लेड ग्रॉसरी में सामान्य रूप से बेहतर कारोबार (बीएयू) प्रदर्शन रहा. क्विक कॉमर्स ने 2023 से बेहतर प्रदर्शन किया है. इस बार क्विक कॉमर्स ने समग्र ई-कॉमर्स वृद्धि में लगभग 8 प्रतिशत का योगदान दिया है, जो कि पिछले साल 5 प्रतिशत था. त्योहारी सीजन के दौरान स्मार्टफोन की बिक्री सबसे ज्यादा रही, ऑनलाइन बिक्री से स्मार्टफोन की खरीद में करीब 65 फीसदी की हिस्सेदारी रही. प्रीमियम ब्रांड की मांग में उछाल आया.
टियर 2 और उससे आगे के शहरों ने अमेजन के लिए प्रीमियम स्मार्टफोन की बिक्री में 70 प्रतिशत से अधिक का योगदान दिया. 85 प्रतिशत से अधिक ग्राहक गैर-मेट्रो शहरों से आए और 50 प्रतिशत से अधिक टीवी खरीदारी टियर 2 और 3 शहरों से हुई. अमेजन इंडिया के अनुसार, टियर 2 शहरों से बड़े उपकरणों की मांग में 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जिसमें ग्राहक एयर कंडीशनर और रेफ्रिजरेटर को प्राथमिकता दे रहे हैं.
ब्रांड ने भी त्योहारी मांग को देखते हुए कई महत्वाकांक्षी ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने की कोशिश कीं. परिणामस्वरूप ब्रांड टियर 2 शहरों और उससे आगे के कम पहुंच वाले ग्राहकों तक पहुंच बनाने और लाभ कमाने में कामयाब रहे. होम और किचन अप्लायंसेज जैसी नई कैटेगरी ने क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर पकड़ बनाई, जिससे प्लेटफॉर्म को अपने औसत ऑर्डर मूल्य और लाभ को बढ़ाने में मदद मिली.