ठाणे, 27 अक्टूबर : महाराष्ट्र के ठाणे शहर में भुगतान गेटवे सेवा प्रदाता की प्रणाली में सेंध लगाकर 25 करोड़ रुपये की हेराफेरी में शामिल तीन और लोगों को गिरफ्तार किया है. इस मामले में अब तक सात लोगों को गिरफ्तारी हो चुकी है. एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) डॉ. पंजाबराव उगाले ने बताया कि हिरासत में लिये गए लोगों की पहचान केदार दिघे (41), संदीप नकाशे (38) और राम बोहरा (47) के रूप में हुई है. उन्होंने बताया कि तीनों को बृहस्तपिवार देर रात गिरफ्तार किया गया.
अप्रैल 2023 में शहर के श्रीनगर पुलिस थाने में एक शिकायत दर्ज होने के बाद यह मामला सामने आया। शिकायत में आरोप लगाया गया था कि एक भुगतान सेवा प्रदाता की प्रणाली में सेंध लगाकर 25 करोड़ रुपये की हेराफेरी की गई है. अधिकारियों ने पहले कहा था कि जांच के दौरान साइबर सेल टीम को 16,180 करोड़ रुपये से अधिक संदिग्ध लेन-देन का पता चला था.
शहर की नौपाड़ा पुलिस ने इस सिलसिले में छह अक्टूबर को पांच लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 420 (धोखाधड़ी), 409 (आपराधिक विश्वासघात), 467, 468 (जालसाजी), 120बी (आपराधिक साजिश) और 34 (सामान्य इरादा) तथा सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया था.
प्राथमिकी के अनुसार, जितेंद्र पांडे नामक एक आरोपी ने पहले भी बैंकों में ‘संपर्क और बिक्री प्रबंधक’ के रूप में आठ से 10 वर्ष तक काम किया था. एक अधिकारी ने बताया कि मामले के आरोपियों ने संदिग्ध लेन-देन के लिए कई फर्जी साझेदार कंपनियां स्थापित की थीं. गिरफ्तार किए गए लोगों में से कुछ इन फर्जी कंपनियों से जुड़े हैं.
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