अलीगढ़: दूसरी ओर अलीगढ़ (Aligarh) से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद सतीश गौतम (Satish Gautam) ने रविवार को संवाददाताओं के सामने दावा किया कि उनके द्वारा एकत्र किए गए आंकड़ों के अनुसार मरने वालों की संख्या 35 को पार कर गई है. उन्होंने कहा कि उनके आंकड़े विभिन्न गांवों से एकत्र जुटायी गयी सूचनाओं पर आधारित हैं जहां कई पीड़ितों का बिना पोस्टमार्टम (Post Mortem) के अंतिम संस्कार किया गया है. Uttar Pradesh: अलीगढ़ में जहरीली शराब से 5 और मरे, मरने वालों की संख्या 17 हुई, 5 अधिकारी निलंबित
आधिकारिक आंकड़ों और अनौपचारिक आंकड़ों के बीच बड़ा अंतर होने के सवाल पर सांसद ने कहा कि "हम आज अधिकारियों से मिलेंगे और हम इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे." जहरीली शराब से मरने वाले जो मामले पहले दिन सिर्फ लोधा ब्लॉक तक सीमित थे अब जिले के अन्य ब्लॉकों तक फैल गए हैं. मीडिया रिपोर्टों के अनुसार यह स्पष्ट है कि इस त्रासदी की खबर आने के एक दिन बाद भी कई पीड़ितों ने जानलेवा शराब पी.
इस बीच जिलाधिकारी सरकारी कर्मचारियों की टीमों को अलग-अलग गांवों में भेज रहे हैं जो लाउडस्पीकर के जरिये लोगों से एक सप्ताह पहले बेची गई शराब का सेवन नहीं करने का आग्रह कर रहे हैं.
इस बीच लोधा थानाध्यक्ष अभय कुमार शर्मा को ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया जिसकी आधिकारिक घोषणा कल शाम की गई. इसके पहले अपर मुख्य सचिव (आबकारी) संजय भूसरेड्डी ने शुक्रवार को बताया था कि अलीगढ़ के जिला आबकारी अधिकारी धीरज शर्मा, संबंधित क्षेत्र के आबकारी निरीक्षक राजेश कुमार यादव और चंद्रप्रकाश यादव, प्रधान आबकारी सिपाही अशोक कुमार, आबकारी सिपाही रामराज राना को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है और इनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू की गयी है.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) कलानिधि नैथानी ने संवाददाताओं को बताया कि शुक्रवार देर रात तक नकली शराब के रैकेट के सरगना अनिल चौधरी समेत कुल पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने तीन अलग-अलग मामलों में 12 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
उन्होंने बताया कि आबकारी विभाग और पुलिस द्वारा टप्पल थाना क्षेत्र के नूरपुर गांव में रविवार को संयुक्त रुप से की गई छापेमारी में मोनू श्रीचंद नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से अवैध रूप से निर्मित शराब के 243 पाउच बरामद किए गए.
उन्होंने बताया कि मोनू अवैध रूप से शराब बनाने के कारोबार में शामिल है और वह दुकानों पर बेचने के लिए अपने घर में शराब भरे पाउच जमा कर रहा था. उन्होंने बताया कि पुलिस और प्रशासन की टीम में ग्रामीण इलाकों में लगातार गश्त कर रही हैं और लोगों को एक हफ्ते पहले खरीदी गई शराब का इस्तेमाल करने से रोक रहे हैं.
उन्होंने बताया कि शराब कारोबारी अनिल चौधरी के करीबी माने जाने वाले ऋषि शर्मा और विपिन यादव सहित दो व्यक्तियों की गिरफ्तारी के लिए 50-50 हजार रुपये के इनाम की घोषणा की गई है. पुलिस अनिल चौधरी और ऋषि शर्मा के "नेटवर्क" की भी जांच कर रही है जिनके कथित तौर पर मजबूत राजनीतिक संबंध हैं.
पुलिस ने शराब के पांच ठेकों को सील कर दिया है और जिले के वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम शराब की दुकानों की जांच कर रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि नकली शराब के भंडार से और जानें न जाएं.
घटना की मजिस्ट्रेट से जांच के आदेश पहले ही दे दिए गए हैं और पांच आबकारी अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है. जांच अपर जिलाधिकारी स्तर के अधिकारी द्वारा की जाएगी. जिलाधिकारी चंद्र भूषण सिंह ने पत्रकारों को बताया था कि प्रशासन दोषियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) लगा सकता है. जिलाधिकारी ने मरने वालों के परिजन को पांच-पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की भी घोषणा की.
इस बीच जिले के पोस्टमार्टम हाउस के बाहर बड़ी संख्या में रखे गए शव की तस्वीर लेने से मना किए जाने पर कुछ स्टाफ कर्मियों और मीडिया कर्मियों के बीच झड़प हो गई सूचना मिलने पर सांसद सतीश गौतम मौके पर पहुंचे और नाराज मीडिया कर्मियों को समझा-बुझाकर शांत किया उन्होंने कहा इस मामले में जरूरी कार्रवाई की जाएगी.
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार सुबह जिले के लोढ़ा थाना क्षेत्र में पुलिस को करसिया गांव में एक ठेके से खरीदी गई देसी शराब पीने से दो ट्रक चालकों की मौत हो होने की सूचना मिली थी. उसके बाद आसपास के भी कुछ गांवों में कुल छह लोगों ने भी शराब पीने के बाद दम तोड़ दिया थाा. उसके बाद से शराब पीने से लोगों के मरने की खबरें लगातार आ रही हैं. तब से मौतों का आंकड़ा बढ़ रहा है और रविवार को भाजपा सांसद सतीश गौतम ने अब तक जहरीली शराब से 35 लोगों की मौत का दावा किया है.
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