नयी दिल्ली, 27 अक्टूबर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कांग्रेस पर निशाना साधते हुए साल 2014 को सिर्फ एक तारीख नहीं, बल्कि ‘बदलाव’ करार दिया। उन्होंने कहा कि तब लोगों ने पुरानी हो चुकी स्क्रीन वाले फोन की तरह तत्कालीन सरकार को खारिज कर दिया और उनके नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार को मौका दिया।
मोदी ने यहां ‘इंडिया मोबाइल कांग्रेस’ में अपने संबोधन में आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि कैसे भारत आयातक से मोबाइल फोन का निर्यातक बन गया है और एप्पल से लेकर गूगल तक बड़ी प्रौद्योगिकी कंपनियां देश में विनिर्माता बनने के लिए तैयार हैं।
उन्होंने कहा कि सबसे तेज 5जी मोबाइल टेलीफोन नेटवर्क शुरू करने के बाद भारत 6जी के क्षेत्र में खुद को अग्रणी के रूप में स्थापित करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘साल 2014 में हमारे पास...मैं 2014 क्यों कह रहा हूं...वह एक तारीख नहीं है, बल्कि ‘बदलाव’ है।’’
उन्होंने कहा कि 2014 के पहले भारत के पास कुछ सौ स्टार्ट अप थे लेकिन अब यह संख्या एक लाख के आसपास पहुंच गई है।
मोदी ने उन दिनों की याद दिलाते हुए कहा कि तब ‘आउटडेटेड फोन’ की स्क्रीन घड़ी-घड़ी हैंग हो जाती थी और चाहे आप स्क्रीन को कितना भी स्वाइप कर लें या चाहे कितने भी बटन दबा लें, कुछ असर होता ही नहीं था।
उन्होंने कहा, ‘‘और ऐसी ही स्थिति उस समय सरकार की भी थी। उस समय भारत की अर्थव्यवस्था, या कहें कि तब की सरकार ही, हैंग मोड में थी। हालत इतनी खराब थी कि रीस्टार्ट करने से कोई फायदा नहीं था। बैटरी चार्ज करने में भी फायदा नहीं था और बैटरी बदलने में भी फायदा नहीं था।’’
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, ‘‘2014 में लोगों ने ऐसे आउटडेटेड फोन को छोड़ दिया और अब हमें सेवा करने का अवसर दिया। इस बदलाव से क्या हुआ, वह भी साफ दिखता है।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया ‘मेड इन इंडिया’ फोन का इस्तेमाल कर रही है।
पिछले साल एक अक्टूबर को देश में हुई 5जी प्रौद्योगिकी की शुरुआत को याद करते हुए उन्होंने टिप्पणी की कि एक साल के भीतर देश भर में करीब पांच लाख 5जी बेस स्टेशन हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हर कोई जानता है कि 2जी (संप्रग सरकार के दौरान दूरसंचार स्पेक्ट्रम आवंटन) के दौरान क्या हुआ था। हमारी सरकार के दौरान 4जी का विस्तार किया गया लेकिन हम पर कोई दाग नहीं लगा।’’
उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि भारत 6जी प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में दुनिया का नेतृत्व करेगा।
मोदी ने कहा कि उनकी सरकार के सत्ता में आने से एक बड़ा बदलाव आया। उन्होंने कहा कि ‘उस समय हम मोबाइल फोन के आयातक थे। अब हम मोबाइल फोन के निर्यातक हैं। उस समय मोबाइल विनिर्माण में हमारी मौजूदगी न के बराबर थी। अब हम दुनिया के दूसरे सबसे बड़े मोबाइल फोन निर्माता हैं। तब इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण पर कोई स्पष्ट दृष्टि नहीं थी। आज हम करीब 2 लाख करोड़ रुपये के इलेक्ट्रॉनिक्स का निर्यात कर रहे हैं।’’
हाल ही में गूगल ने घोषणा की कि वह भारत में अपने पिक्सेल फोन बनाएगी।
मोदी ने कहा कि सैमसंग पहले ही भारत में फोल्ड-5 और एप्पल आईफोन-15 का विनिर्माण कर रही है और आज सभी को गर्व है कि पूरी दुनिया ‘मेड इन इंडिया’ मोबाइल फोन का उपयोग कर रही है।
इंडिया मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी) एशिया का सबसे बड़ा दूरसंचार, मीडिया और प्रौद्योगिकी मंच है। आईएमसी 2023 का उद्देश्य प्रमुख अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों के डेवलपर, निर्माता और निर्यातक के रूप में भारत की स्थिति को मजबूत करना है। कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री ने देश भर के शैक्षणिक संस्थानों को 100 '5जी यूज केस लैब' से सम्मानित किया।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘भारत न केवल देश में 5जी नेटवर्क का विस्तार कर रहा है बल्कि 6जी में अग्रणी बनने पर भी जोर दे रहा है।’’
उन्होंने कहा कि रैंकिंग और संख्या से परे, इंटरनेट कनेक्टिविटी और गति में सुधार से जीवन यापन में आसानी होती है। उन्होंने शिक्षा, चिकित्सा, पर्यटन और कृषि में बेहतर कनेक्टिविटी और गति के लाभों के बारे में बताया।
उन्होंने कहा, ‘‘हम लोकतंत्रीकरण की शक्ति में विश्वास करते हैं। विकास का लाभ हर वर्ग और क्षेत्र तक पहुंचना चाहिए, भारत में संसाधनों से सभी को लाभ होना चाहिए, सभी को सम्मान का जीवन मिलना चाहिए और प्रौद्योगिकी का लाभ सभी तक पहुंचना चाहिए। हम इस दिशा में तेजी से काम कर रहे हैं। मेरे लिए, यह सबसे बड़ा सामाजिक सशक्तिकरण है।’’
प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि भारत के स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र ने पिछले कुछ वर्षों में दुनिया में अपने लिए एक महत्वपूर्ण स्थान बनाया है। भारत ने काफी कम समय में यूनिकॉर्न का शतक लगाया है और अब यह दुनिया के शीर्ष तीन स्टार्टअप इकोसिस्टम में से एक बन गया है।
उन्होंने कहा कि मोबाइल ब्रॉडबैंड स्पीड के मामले में भारत 118वें स्थान से 43वें स्थान पर पहुंच गया है और 5जी सेवा शुरू होने के एक साल के भीतर चार लाख 5जी बेस स्टेशन स्थापित किए गए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि नागरिकों को पूंजी तक पहुंच, संसाधनों तक पहुंच और प्रौद्योगिकी तक पहुंच प्रदान करना सरकार की प्राथमिकता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने देश में स्टार्टअप को सलाह देने के लिए आईएमसी की पहल 'एस्पायर' कार्यक्रम का भी जिक्र किया और विश्वास जताया कि इस कदम से भारत के युवाओं को काफी फायदा होगा।
उन्होंने मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण में सफलता को और भी आगे ले जाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा, ‘‘तकनीकी पारिस्थितिकी तंत्र में हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर दोनों की सफलता के लिए, यह महत्वपूर्ण है कि हम भारत में एक मजबूत सेमीकंडक्टर विनिर्माण क्षेत्र का निर्माण करें।’’
उन्होंने कहा कि सेमीकंडक्टर के विकास के लिए 80,000 करोड़ रुपये की पीएलआई योजना चल रही है।
मोदी ने यह भी कहा कि आज दुनिया भर की सेमीकंडक्टर कंपनियां भारतीय कंपनियों के साथ मिलकर सेमीकंडक्टर असेंबली और टेस्टिंग फैसिलिटीज में निवेश कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि भारत का सेमीकंडक्टर मिशन न केवल अपनी घरेलू मांग बल्कि दुनिया की जरूरतों को पूरा करने के दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने साइबर सुरक्षा और नेटवर्क के बुनियादी ढांचे की सुरक्षा से खतरों पर भी प्रकाश डाला।
उन्होंने अतीत में नई प्रौद्योगिकियों को अपनाने के अवसर चूकने पर अफसोस जताया।
उन्होंने कहा, ‘‘21वीं सदी का यह समय भारत के विचार नेतृत्व का समय है।’’
ब्रजेन्द्र ब्रजेन्द्र मनीषा
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