Uttarakhand Landslide: उत्तराखंड के गौरीकुंड में भूस्खलन के बाद 20 लोग लापता, अब तक तीन लोगों के शव किए गए बरामद
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रुद्रप्रयाग (उत्तराखंड): उत्तराखंड में गौरीकुंड के पास दो दिन पहले अचानक आई बाढ़ के कारण हुए भूस्खलन के बाद लापता 20 लोगों की तलाश के लिए बचावकर्मियों ने शनिवार को भी अभियान चलाया. अब तक तीन लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खराब मौसम के कारण शनिवार को प्रभावित क्षेत्र का दौरा नहीं कर सके और उन्होंने आपदा प्रबंधन सचिव और गढ़वाल के आयुक्त को स्थिति का जायजा लेने के लिए वहां भेजा.

बृहस्पतिवार और शुक्रवार की दरमियानी रात को केदारनाथ के रास्ते में गौरीकुंड के पास डाट पुलिया के निकट अचानक आई बाढ़ के बाद हुए भूस्खलन में तीन दुकानें बह गई थीं. जिस स्थान पर दुकानें थीं, उससे करीब 50 मीटर नीचे मंदाकिनी नदी बहती है. Uttarakhand: रामनगर में यात्रियों से भरी बस बरसाती नाले में बही, सभी 35 यात्री बचा लिए गए

जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार के अनुसार तीन नेपाली नागरिकों के शव शुक्रवार को बरामद कर लिए गए, जबकि शेष 20 लोगों की तलाश जारी है. नंदन सिंह रजवार के मुताबिक, स्थानीय प्रशासन की एक टीम के साथ राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के 100 जवान तलाश अभियान में जुटे हुए हैं. उन्होंने कहा कि लापता लोगों को खोजने के लिए ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है.

इससे पहले अधिकारियों ने कहा था कि 17 लोग अब भी लापता हैं. आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत कुमार सिन्हा और गढ़वाल मंडल के आयुक्त विनय शंकर पांडे ने भूस्खलन और आपदा प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण कर बचाव अभियान का जायजा लिया. अधिकारियों ने कहा कि मुख्यमंत्री ने इस दुखद घटना पर दुख व्यक्त किया है और मृतकों और लापता व्यक्तियों के परिवारों को हरसंभव मदद प्रदान करने का आश्वासन दिया.

सिन्हा ने कहा कि असुरक्षित और भूस्खलन के प्रति संवेदनशील इलाकों में रहने वाले लोगों को तुरंत सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाना चाहिए. आपदा सचिव ने कहा कि विशेषज्ञों की एक टीम जल्द ही सर्वेक्षण करने के लिए संवेदनशील क्षेत्रों का दौरा करेगी और उसकी सिफारिशों के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी.

गढ़वाल मंडल के आयुक्त विनय शंकर पांडे ने कहा कि फिलहाल ध्यान उन लोगों की तलाश पर है जो अभी भी लापता हैं. स्थानीय विधायक शैला रानी रावत ने लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया और राज्य सरकार से यह सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने को कहा कि क्षेत्र में जान-माल का और नुकसान न हो.

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