न्यूयॉर्क, सात जुलाई अमेरिकी राज्य टेक्सास में कोविड-19 महामारी राहत कार्यक्रम से संबंधित 5.3 करोड़ अमेरिकी डॉलर की धोखाधड़ी योजना के मामले में 14 लोगों को आरोपी बनाया गया है, जिनमें भारतीय मूल के कई कारोबारी और कर्मचारी शामिल हैं।
टेक्सास के उत्तरी जिले के लिए अमेरिकी अटॉर्नी एल साइमंटन ने कहा कि ‘पैंडेमिक रिस्पॉन्स अकाउंटिबिलिटी कमेटी’ (पीआरएसी) धोखाधड़ी कार्यबल द्वारा जांच किया गया यह अबतक का सबसे बड़ा मामला है।
विज्ञप्ति में बताया गया है कि आरोपियों को मंगलवार और बुधवार को टेक्सास, कैलिफोर्निया और ओकलाहोमा से गिरफ्तार किया गया था।
साइमंटन ने कहा कि 14 लोगों ने कोविड काल के वित्तीय कार्यक्रम ‘पेचेक प्रोक्टेशन प्रोग्राम’ एवं अनेक वित्तीय संस्थानों से कर्ज के रूप में 5.3 करोड़ अमेरिकी डॉलर की कथित रूप से ठगी की।
उन्होंने कहा, “सरकार को धोखा देना अमेरिकी करदाताओं का अपमान है। महामारी के दौरान जब लाखों उद्यमी वेतन देने और किराया जुटाने के लिए संघर्ष कर रहे थे - तब सरकार को धोखा देना जख्म पर नमक छिड़कने जैसा है।”
उन्होंने कहा कि इन आरोपी ने कथित तौर पर ‘पेचेक प्रोटेक्शन प्रोग्राम’ से लाखों अमेरिकी डॉलर की चोरी करने की साजिश रची और ये राशि वैध व्यवसायों को उनके बिलों का भुगतान करने और अपने कर्मचारियों को बनाए रखने में मदद कर सकती थी।
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