वाशिंगटन, 11 नवंबर: अमेरिकी विदेश विभाग ने संयुक्त अरब अमीरात (United Arab Emirates) को एफ-35 फाइटर जेट (F-35 Fighter Jet) की बिक्री को मंजूरी दे दी, जिस पर कुछ कांग्रेस डेमोक्रेट्स ने सवाल उठाए थे. मंगलवार के एक बयान में, विदेश मंत्री माइक पोम्पियो (Mike Pompeo) ने 23.37 अरब अमेरिकी डॉलर के अनुमानित मूल्य टैग के साथ बड़े पैमाने पर हथियारों की बिक्री पैकेज की घोषणा की, जिसमें 10.4 अरब डॉलर के 50 एफ-35 जेट, 2.97 अरब डॉलर के 18 एमक्यू-9 बी ड्रोन और 10 अरब डॉलर के युद्ध के सामान शमिल हैं.
बयान में कहा गया, "प्रस्तावित बिक्री अमेरिका के सहयोगियों के साथ संयुक्त अरब अमीरात को और भी अधिक सक्षम और इंटरऑपरेबल बनाएगी. जो कि इजरायल की गुणात्मक सैन्य बढ़त सुनिश्चित करने के लिए अमेरिका की दीर्घकालिक प्रतिबद्धता के अनुरूप है." इजरायल का क्वालिटेटिव मिलिट्री एज एक अमेरिकी कानूनी मानक को संदर्भित करता है जो इजरायल अन्य क्षेत्रीय देशों पर सैन्य तकनीकी बढ़त बनाए रखता है.
रिपोटरें में कहा गया है कि अमेरिका और यूएई के बीच एफ-35 सौदा सितंबर में हस्ताक्षर किए गए यूएई और इजरायल के बीच संबंधों को सामान्य करने के लिए अमेरिकी मध्यस्थता से हुए समझौते का एक हिस्सा है. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शुरू में यूएई की एफ-35 की खरीद का विरोध किया, लेकिन अमेरिका द्वारा क्षेत्र में इजरायल की सैन्य बढ़त सुनिश्चित करने का वादा करने के बाद इजरायल सहमत हो गया.