US: अमेरिकी कॉलेज से ग्रेजुएशन करने वालों को ग्रीन कार्ड! डोनाल्ड ट्रंप के इस वादे से भारतीय छात्रों को होगा फायदा

अमेरिकी राष्ट्रपति पद के दावेदार डोनाल्ड ट्रंप ने एक बड़ा वादा किया है - जो लोग अमेरिकी कॉलेजों से ग्रेजुएशन करते हैं, उन्हें ग्रीन कार्ड दिया जाएगा! इसमें भारतीय छात्र भी शामिल हैं.

Credit - ( Wikimedia Commons )

अमेरिकी राष्ट्रपति पद के दावेदार डोनाल्ड ट्रंप ने एक बड़ा वादा किया है - जो लोग अमेरिकी कॉलेजों से ग्रेजुएशन करते हैं, उन्हें ग्रीन कार्ड दिया जाएगा! इसमें भारतीय छात्र भी शामिल हैं. ट्रंप ने कहा, "मैं ऐसे लोगों की कहानियाँ जानता हूँ जो शीर्ष कॉलेजों से ग्रेजुएट होते हैं...वे भारत वापस जाते हैं, वही काम करते हैं और अरबपति बन जाते हैं, क्योंकि वे अमेरिका में नहीं रह सकते."

क्यों है ये वादा महत्वपूर्ण?

यह वादा अमेरिका में पढ़ने वाले भारतीय छात्रों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. अमेरिकी कॉलेजों में भारतीय छात्रों की संख्या बहुत ज़्यादा है. अमेरिका से ग्रेजुएशन करने के बाद, कई छात्रों को वीज़ा की समस्याओं के कारण वापस भारत लौटना पड़ता है. ट्रंप का यह वादा अगर पूरा होता है तो अमेरिका में भारतीय छात्रों की संख्या और भी बढ़ सकती है.

क्या है ग्रीन कार्ड?

ग्रीन कार्ड अमेरिका में स्थायी निवास का प्रमाण पत्र है. यह अमेरिकी नागरिकता पाने का पहला कदम है. ग्रीन कार्ड होने के बाद, विदेशी नागरिक अमेरिका में रह सकते हैं, काम कर सकते हैं और अमेरिकी नागरिकता के लिए आवेदन कर सकते हैं.

क्या ट्रंप का वादा पूरा होगा?

यह कहना मुश्किल है कि ट्रंप का यह वादा पूरा होगा या नहीं. अमेरिका में वीज़ा नियमों को बदलना बहुत मुश्किल काम है. हालांकि, ट्रंप ने ग्रीन कार्ड के नियमों में बदलाव का वादा पहले भी किया था. देखना होगा कि इस बार वो अपने वादे पर कितना कामयाब होते हैं.

भारत पर क्या होगा असर?

अगर अमेरिकी कॉलेजों से ग्रेजुएशन करने वालों को ग्रीन कार्ड मिलता है तो भारत को नुकसान उठाना पड़ सकता है. कई प्रतिभाशाली लोग अमेरिका में बस सकते हैं और अपने ज्ञान और कौशल से अमेरिकी अर्थव्यवस्था में योगदान दे सकते हैं. इससे भारत में प्रतिभाशाली लोगों की कमी हो सकती है.

अमेरिकी चुनाव में ये मुद्दा कितना महत्वपूर्ण है?

यह मुद्दा अमेरिकी चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. अमेरिकी लोग शिक्षा और नौकरी के अवसरों पर ज़्यादा ध्यान देते हैं. ट्रंप के इस वादे से उन्हें आकर्षित किया जा सकता है. यह कहना मुश्किल है कि ट्रंप का यह वादा कितना कामयाब होगा. लेकिन, यह मुद्दा अमेरिकी चुनाव में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है.

Share Now

\