UK General Elections: दांव पर ऋषि सुनक की कुर्सी, कीर स्टार्मर से सीधी टक्कर; 650 सीटों के लिए वोटिंग आज
इन चुनावों में प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी और विपक्षी लेबर पार्टी के बीच कड़ी टक्कर होने की उम्मीद है. सुनक का मुकाबला इस बार सीधे तौर पर लेबर पार्टी के नेता कीर स्टार्मर (Keir Starmer) से है. 4 जुलाई को हो रहे मतदान में ब्रिटेन के मतदाता 'हाउस ऑफ कॉमन्स' के 650 सदस्यों को चुनेंगे.
UK General Elections 2024: ब्रिटेन आम चुनाव में मतदान के लिए तैयार है. यहां आज यानी 4 जुलाई को मतदान होना है. ब्रिटेन में हाउस ऑफ कॉमन्स (House of Commons) की 650 सीटों के लिए आज वोटिंग होनी है. इन चुनावों में प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी और विपक्षी लेबर पार्टी के बीच कड़ी टक्कर होने की उम्मीद है. सुनक का मुकाबला इस बार सीधे तौर पर लेबर पार्टी के नेता कीर स्टार्मर (Keir Starmer) से है. 4 जुलाई को हो रहे मतदान में ब्रिटेन के मतदाता 'हाउस ऑफ कॉमन्स' के 650 सदस्यों को चुनेंगे. यह ब्रिटिश संसद का निचला सदन है. संसद के ऊपरी सदन को 'हाउस ऑफ लॉर्ड्स' कहते हैं.
पीएम ऋषि सुनक की कुर्सी इस बार दांव पर लगी है, क्योंकि चुनाव से पहले हुए सर्वेक्षणों में लेबर पार्टी को बहुमत मिलने का दावा किया जा रहा है. मतदान से पहले हुए चुनावी सर्वेक्षणों में कंजर्वेटिव पार्टी के मुकाबले लेबर पार्टी को बढ़त मिलती दिख रही है.
ब्रिटेन में होगा बड़ा उलटफेर?
चुनावी सर्वेक्षणों के अनुसार ब्रिटेन में बड़ा राजनीतिक उलटफेर हो सकता है. वोटिंग से पहले आए रुझानों में वहां 14 साल से शासन चला रही कंजरवेटिव पार्टी सत्ता से बाहर होती दिख रही है.अक्टूबर 2022 से प्रधानमंत्री रहे ऋषि सुनक का मुख्य मुकाबला विपक्षी लेबर पार्टी के नेता केर स्टार्मर से है. स्टार्मर अप्रैल 2020 से लेबर पार्टी के लीडर हैं.
चुनावी सर्वेक्षणों के मुताबिक, करीब डेढ़ दशक से सत्ता में रही कंजरवेटिव पार्टी को कई मोर्चों पर लोगों की नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है. धीमी अर्थव्यवस्था, सार्वजनिक सेवाओं, खासतौर पर हाउसिंग और स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली जैसे मुद्दों पर कंजरवेटिव पार्टी की काफी आलोचना हो रही है.
स्पष्ट बहुमत ना आने पर गठबंधन की संभावनाएं
लेबर पार्टी तकरीबन सभी ओपिनियन पोल्स में काफी आगे चल रही है. हालांकि, किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत ना मिलने पर गठबंधन सरकार के गठन में क्षेत्रीय दलों की भूमिका अहम साबित हो सकती है. कंजरवेटिव और लेबर पार्टी के बाद संसद में तीन सबसे बड़े दल हैं स्कॉटिश नेशनल पार्टी, द लिबरल डेमोक्रैट्स और डेमोक्रैटिक यूनियनिस्ट पार्टी. स्कॉटिश नेशनल पार्टी, स्कॉटलैंड की आजादी की समर्थक है. डेमोक्रैटिक यूनियनिस्ट पार्टी ब्रिटेन और आयरलैंड के बीच संबंध बनाए रखने की पक्षधर है.