Japan Typhoon Warning: जापान में भयंकर तूफान की चेतावनी! तबाही के डर से हजारों लोगों सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया

जापान में इस साल के सबसे शक्तिशाली तूफान का सामना करने की तैयारी की जा रही है, जिससे हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने का आदेश दिया गया है. तूफान 'शांशान' ने दक्षिणी क्यूशू द्वीप की ओर बढ़ते हुए अपने साथ अत्यंत मजबूत हवाएं और भारी बारिश लाकर चिंताओं को बढ़ा दिया है.

जापान में इस साल के सबसे शक्तिशाली तूफान का सामना करने की तैयारी की जा रही है, जिससे हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने का आदेश दिया गया है. तूफान 'शांशान' ने दक्षिणी क्यूशू द्वीप की ओर बढ़ते हुए अपने साथ अत्यंत मजबूत हवाएं और भारी बारिश लाकर चिंताओं को बढ़ा दिया है.

मुख्य कैबिनेट सचिव योशिमासा हयाशी ने पत्रकारों से कहा, “तूफान शांशान की आशंका है कि गुरुवार तक दक्षिणी क्यूशू के पास बेहद मजबूत ताकत के साथ पहुंचेगा और यह लैंडफॉल कर सकता है.” उन्होंने चेतावनी दी कि इस तूफान के साथ ऐसे हिंसक तूफानी हवाएं और ऊंची लहरें आ सकती हैं जिनका अनुभव अधिकांश लोगों ने पहले कभी नहीं किया है.

भारी बारिश और तेज हवाएं

तूफान शांशान की वजह से दक्षिणी क्यूशू में 48 घंटों में 1,100 मिलीमीटर (43 इंच) बारिश का अनुमान है, जो इस क्षेत्र का आधा वार्षिक औसत है. जापान मौसम विज्ञान एजेंसी (JMA) ने क्यूशू के कागोशिमा क्षेत्र में हिंसक तूफानों, लहरों और उच्च ज्वार के लिए सबसे उच्च 'विशेष चेतावनी' जारी की है.

इस तूफान के कारण ऑटो निर्माता कंपनी टोयोटा ने अपनी सभी 14 फैक्ट्रियों में उत्पादन बंद कर दिया है. साथ ही, जापान एयरलाइंस ने बुधवार और गुरुवार के लिए 172 घरेलू उड़ानें और 6 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द कर दी हैं, जबकि एएनए ने बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार के लिए 219 घरेलू और 4 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द की हैं. इस स्थिति से लगभग 25,000 यात्रियों को प्रभावित होना पड़ा है.

बचाव कार्य और प्रभाव

गामागोरी शहर में एक भूस्खलन के कारण एक घर दब गया, जिसमें पांच परिवार के सदस्य फंस गए थे. बुधवार को बचावकर्मियों ने 70 वर्षीय महिला को बाहर निकाला, जो बेहोश थी और सांस नहीं ले रही थी. अभी भी 70 वर्षीय और 30 वर्षीय दो अन्य व्यक्तियों की खोज जारी है.

वीडियो फुटेज में घरों की छतों को उड़ते हुए, टूटे हुए खिड़कियों और गिरती हुई पेड़ों को दिखाया गया है. स्थानीय निवासियों ने बताया कि उनके कारपोर्ट की छत पूरी तरह से उड़ गई थी और उनके बच्चे महसूस कर रहे थे कि जैसे कोई भूकंप आया हो.

जलवायु परिवर्तन का प्रभाव

हाल ही में एक अध्ययन में बताया गया है कि जलवायु परिवर्तन के कारण इस क्षेत्र में तूफान समुद्र तटों के करीब बन रहे हैं, तेजी से बढ़ रहे हैं और भूमि पर अधिक समय तक बने रह रहे हैं. यह तूफान 'एम्पिल' के बाद आया है, जिसने इस महीने सैकड़ों उड़ानों और ट्रेनों को प्रभावित किया था, हालांकि इसके परिणामस्वरूप केवल मामूली चोटें और नुकसान हुआ.

जापान की तैयारी और भविष्य के लिए इस प्रकार के तूफानों के प्रभाव को लेकर सतर्कता बढ़ाई जा रही है, जबकि निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने और बुनियादी ढांचे की सुरक्षा सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे हैं.

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