तालिबानी कानून! अवैध संबंध के लिए महिलाओं को खौफनाक सजा! कोड़े और पत्थर से मारकर ली जाएगी जान
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तालिबान राज में अफगानिस्तान की महिलाओं का हाल बेहाल है. महिलाओं की स्थिति यहां बद से बदतर होती जा रही है. तालिबान शासन पहले ही महिलाओं पर तमाम तरह के प्रतिबंध लगा चुका है. अब इसी क्रम में तालिबान के सुप्रीम लीडर मुल्ला हिबातुल्लाह अखुंदजादा ने महिलाओं के खिलाफ एक नया फरमान जारी किया है. फरमान के मुताबिक जो भी महिला पति के अलावा किसी दूसरे पुरुष के साथ संबंध बनाने के मामले में दोषी हुई तो उसकी पत्थरों से मार-मारकर हत्या कर दी जाएगी. Afghanistan: लगभग 80 प्रतिशत अफ़गान के पास पीने के पानी तक पहुंच नहीं- यूएनडीपी.

तालिबान का कहना है कि वो जल्द ही सार्वजनिक रूप से महिलाओं को कोड़े मारने और व्यभिचार के लिए सजा के तौर पर पत्थरबाजी करने की सजा लागू करेगा. तालिबान के सुप्रीम लीडर मुल्ला हिबतुल्लाह अखुंदजादा ने कहा, "हम जल्द ही व्यभिचार की सजा लागू करेंगे."

अंतरराष्ट्रीय समुदाय चिंतित

अखुंदजादा के इस बयान से ये साफ हो गया है कि तालिबान 1990 के दशक जैसे कड़े नियम फिर से लागू करना चाहता है. तालिबान ने इन सख्त सजाओं को जारी रखने की बात कही है. वहीं, अंतरराष्ट्रीय समुदाय तालिबान के इस कदम से काफी चिंतित है.

संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट

संयुक्त राष्ट्र की मई 2023 की रिपोर्ट के मुताबिक, तालिबान के सत्ता में वापसी के बाद से अब तक 175 लोगों को कड़ी सजा सुनाई जा चुकी है, जिनमें से 37 को पत्थरबाजी की सजा शामिल है. हालांकि, यह साफ नहीं है कि इनमें से कितनी महिलाएं हैं.

अखुंदजादा का तर्क

अखुंदजादा ने वैश्विक आलोचना का जवाब देते हुए कहा, "ये सब आपकी डेमोक्रेसी के खिलाफ हैं, लेकिन हम इसे करते रहेंगे. हम दोनों कहते हैं कि हम मानवाधिकारों की रक्षा करते हैं - हम इसे ईश्वर के प्रतिनिधि के रूप में करते हैं और आप शैतान के प्रतिनिधि के रूप में." उन्होंने पश्चिमी देशों के महिला अधिकारों के विचारों की भी आलोचना की और कहा कि ये विचार इस्लामिक शरिया कानून की उनकी सख्त व्याख्या के खिलाफ हैं.