
सीरिया में हिंसा की एक भयावह घटना सामने आई है, जिसमें बीते दो दिनों में 1,000 से अधिक लोगों की हत्या कर दी गई है. अपदस्थ राष्ट्रपति बशर अल-असद के समर्थकों और वर्तमान सरकार के पक्षधर गुटों के बीच हुई खूनी झड़पों में यह जानमाल का नुकसान हुआ है. एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना सीरिया के इतिहास की सबसे घातक हिंसा में से एक मानी जा रही है.
बदले की आग में जल रहा सीरिया
गुरुवार को हिंसा तब भड़क उठी जब वर्तमान सरकार समर्थक बंदूकधारियों ने अलवी समुदाय पर बदले की भावना से हमले शुरू कर दिए. यह समुदाय पूर्व राष्ट्रपति बशर अल-असद का कट्टर समर्थक माना जाता था.
सरकारी सुरक्षा बलों और असद समर्थकों के बीच हुई हिंसक झड़पों में अब तक 745 आम नागरिकों की मौत हो चुकी है, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं. इसके अलावा, 125 सरकारी सुरक्षा बल के जवान और 148 असद समर्थक लड़ाके भी मारे गए हैं.
ממש כמו ב7/10 !
הג'יהאדיסטים של אבו מוחמד אלג'ולאני מעמיס סורים עלווים על טנדרים!
האסלאם הג'יהאדיסטי השתלט על סוריה! pic.twitter.com/fY7b6DIJ2h
— יוני בן מנחם yoni ben menachem (@yonibmen) March 8, 2025
बिजली और पानी की आपूर्ति ठप
ब्रिटेन स्थित 'सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स' ने जानकारी दी है कि हिंसा के साथ ही प्रशासन ने अलवी समुदाय की बहुलता वाले इलाकों में बिजली और पेयजल आपूर्ति भी काट दी है. खासकर लताकिया शहर में हालात बदतर हो चुके हैं.
अलवी बहुल गांवों में रहने वाले नागरिकों ने एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि उनके कई घरों को लूटकर आग के हवाले कर दिया गया.
This isn’t Gaza.
This isn’t Judea and Samaria.
This is Syria. Last night.
Arabs murdering others Arabs, depending on what type of Arab they are.
Why isn’t this all over mainstream media?
Oh right yeah, because they can’t twist it and blame the Jews.
— Kosher🎗🧡 (@koshercockney) March 7, 2025
महिलाओं को बनाया गया निशाना
इस खौफनाक हिंसा में महिलाओं को भी नहीं बख्शा गया. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कई महिलाओं को सरेआम निर्वस्त्र कर सड़कों पर घुमाया गया और फिर गोली मार दी गई.
बनियास, जो इस हिंसा से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है, वहां सड़कों और इमारतों की छतों पर शव बिखरे पड़े हैं. स्थानीय निवासियों ने बताया कि बंदूकधारी लोगों को शवों को दफनाने तक की अनुमति नहीं दे रहे थे.
सीमा पार कर रहे शरणार्थी
लेबनान के राजनेता हैदर नासिर, जो अपने देश की संसद में अलवी समुदाय के दो प्रतिनिधियों में से एक हैं, ने बताया कि भारी संख्या में लोग अपनी जान बचाने के लिए सीरिया से लेबनान भाग रहे हैं.
The scenes from Syria are terrifying.
Islamist forces reportedly have official orders to kill anyone they consider an infidel on sight.
Christians, Druze, Yazidis, and even Alawite Muslims are now all facing genocide.
— Dr. Maalouf (@realMaalouf) March 7, 2025
हालात पर काबू पाने की कोशिश
फिलहाल सरकार ने अधिकतर इलाकों पर नियंत्रण कर लिया है और हिंसा पर रोक लगाने के लिए सभी रास्तों को बंद कर दिया गया है. खासतौर पर तटीय क्षेत्रों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है, जहां यह हिंसा सबसे ज्यादा फैली थी.
सीरिया में जारी इस हिंसा ने दुनिया को झकझोर कर रख दिया है. यह संकट न केवल वहां के लोगों के लिए बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए भी एक गंभीर चुनौती बन चुका है.