किम जोंग उन (Kim Jong Un) पहले उत्तर कोरियाई (North Korea) नेता हैं, जिन्होंने पिछले दिनों सिंगापुर में आयोजित शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति से मुलाकात की. यहां हैरानी की बात यह देखी गयी कि किम अपने साथ अपना पर्सनल टॉयलेट भी लेकर पहुंचे थे. किम जोंग उन ने उत्तर कोरिया की आर्थिक समस्याएं दूर करने का लिया संकल्प
अमेरिका राष्ट्रपति से एतिहासिक मुलाकात के लिए जब नॉर्थ कोरिया सुप्रीमो किम जोंग उन सिंगापुर के लिए रवाना हुए, तब अपनी सुरक्षा कवच के रूप में वे ना केवल अपने स्पेशल कमांडो की बड़ी टीम और हर दृष्टि से सुरक्षित बख्तरबंद कार ले गए, बल्कि लोगों को चौंकाते हुए अपने साथ एक IL-76 परिवहन विमान भी लेकर चले, जिसमें उनका पौष्टिक भोजन, बुलेट प्रूफ लिमोसिन और एक पोर्टेबल शौचालय था.
एक पागल तानाशाह
हिटलर से लेकर सद्दाम हुसैन तक दुनिया के हर तानाशाह की एक कमजोरी रही है कि वह हर किसी को शक की नजर से देखते रहे हैं, भले ही उसका खुद का सिक्यूरिटी दस्ता अथवा परिवार का ही सदस्य क्यों न हो. किम भी हर चीज और हर व्यक्ति पर शक की नजर रखते हैं. साल 2011 में अपने पिता से सत्ता हासिल करने के बाद किम जोंग की यह पहली इंटरनेशनल उड़ान थी. ऐसा पहली बार हुआ था, जब उत्तर कोरिया का कोई शीर्ष का नेता 32 साल बाद विदेश यात्रा पर निकला था. गौरतलब है कि किम जोंग को चीन के अलावा किसी अन्य देश पर भरोसा नहीं है. यहां बता दे कि वह खुद पर संभावित हमले की आशंका में दो नकली विमान भी लेकर सिंगापुर पहुंचा था
क्यों साथ ले जाते हैं किम अपना टॉयलेट
उत्तरी कोरियाई गार्ड कमांड के एक पूर्व कर्मचारी ने मीडिया से मुखातिब होते हुए बताया था कि किम जोंग के पास उनके अनुरूप पूरी तरह से सुरक्षित उनका निजी शौचालय है, जो वे यात्रा के दौरान अकसर अपने साथ लेकर चलते हैं. इसकी वजह बताते हुए वे कहते हैं कि किम अपने मल-मूत्र के माध्यम से अपने सेहत की सही जानकारी कहीं नहीं छोड़ना चाहते. उन्हें लगता है कि उनके स्टूल मल (STOOL) अथवा पेशाब (URIN) का परीक्षण कर उनकी सेहत की जानकारी सार्वजनिक हो जायेगी, जो उनकी सुरक्षा कारणों से उन्हें स्वीकार्य नहीं है. हांलाकि ऐसा पहली बार नहीं हुआ. इससे पहले भी कोरिया समिट के दौरान किम जोंग अपने साथ टॉयलेट लेकर जा चुके हैं.
किस मकसद से किम और ट्रम्प ने एक मंच साझा किया था?
सिंगापुर के कैंपेला होटल में विश्व को इन दो बड़े नेताओं की मुलाकात एवं होने वाले फैसलों पर दुनिया भर की नजरें थीं. इस मंच पर डोनाल्ड ट्रंप और नार्थ कोरियन लीडर किम जोंग ने सिंगापुर समझौता साइन किया. किम ने कहा कि अब दुनिया एक बड़ा बदलाव देखेगी, जबकि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अनुसार नार्थ कोरिया के नेता किम जोंग के साथ उनकी मुलाकात की किसी ने उम्मीद भी नहीं की होगी, लेकिन हमारा साथ अच्छा गुजरा.