जिनेवा, 1 फरवरी : डब्ल्यूएचओ के प्रमुख ने चेतावनी दी है कि निकट पूर्व में फिलिस्तीन शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) के फंड में कटौती के युद्धग्रस्त गाजा में लोगों के लिए "विनाशकारी परिणाम" होंगे.
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एडनोम घेबियस ने बुधवार को जिनेवा में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "किसी अन्य इकाई के पास गाजा में 2.2 मिलियन लोगों को तत्काल आवश्यक सहायता देने की क्षमता नहीं है." टेड्रोस ने कहा, "इस संकट में मानवीय सहायता के सबसे बड़े आपूर्तिकर्ता यूएनआरडब्ल्यूए के लिए धन रोकने के विभिन्न देशों के फैसले के गाजा के लोगों के लिए विनाशकारी परिणाम होंगे." यह भी पढ़ें : Saudi Arabia Joins BRICS: ब्रिक्स में आधिकारिक रूप से शामिल हुआ सऊदी अरब, वैश्विक मंच पर बढ़ा दबदबा
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, गाजा की स्थिति के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएचओ को वहां स्वास्थ्य प्रणालियों और श्रमिकों का समर्थन करने में महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, जहां भीषण लड़ाई के कारण 100,000 से अधिक लोगों की स्वास्थ्य देखभाल तक पहुंच प्रतिबंधित है. भारी बमबारी और ईंधन एवं आपूर्ति की कमी के कारण गाजा के अधिकांश अस्पतालों ने पहले ही काम करना बंद कर दिया है. संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि मध्य गाजा में नासिर अस्पताल बहुत कम कार्य कर रहा है.
लगातार शत्रुता और सीमित मानवीय पहुंच के कारण अकाल का खतरा बढ़ गया है. डब्ल्यूएचओ ने सहायता की तत्काल आवश्यकता, मानवीय सहायता तक सुरक्षित पहुंच, बंधकों की रिहाई, स्वास्थ्य सुविधाओं की सुरक्षा और युद्धविराम पर जोर देते हुए फंडिंग में कटौती पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है.