श्रीलंका में रविवार को हुए सीरियल बम ब्लास्ट से पूरा देश दहल गया है. एक के बाद एक कुल आठ बम धमाकों में अब तक 190 लोगों के मारे जाने की खबर है जबकि 500 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं. इसी बीच एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आ रही है. रिपोर्ट्स के अनुसार धमाके से 10 दिन पहले यानी 11 अप्रैल को श्रीलंका के पुलिस प्रमुख पुजुथ जयसुंदर (Pujuth Jayasundara) ने देश के प्रमुख चर्चों पर हमले को लेकर एक अलर्ट जारी किया था. अलर्ट में कहा था कि आत्मघाती हमलावर 'अहम चर्चों' को निशाना बना सकते हैं.
पुलिस प्रमुख पी. जयसुंदरा ने 11 अप्रैल को यह अलर्ट शीर्ष अधिकारियों को दिया था. विदेशी खुफिया एजेंसियों ने सूचना दी थी कि NTJ (नेशनल तौहीद जमात) आत्मघाती हमले की साजिश रच रहा है. आतंकियों के निशाने पर कोलंबो स्थित प्रमुख चर्च और भारतीय दूतावास भी है. अलर्ट में फिदायीन हमले का भी जिक्र किया गया था. बता दें कि नेशनल तौहीद जमात श्रीलंका का कट्टरपंथी मुस्लिम संगठन है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पहला विस्फोट राजधानी कोलंबों के सेंट एंथनी चर्च में हुआ. वहीं, दूसरा धमाका आधे घंटे के अंदर सेंट सेबेस्तियन चर्च में जबकि तीसरा धमाका कोलंबो से 250 किलोमीटर दूर बट्टिकालोआ में स्थित जियॉन चर्च में हुआ. इसके अलावा आत्मघाती हमलावरों ने कोलंबो के तीन लक्जरी होटलों में ईस्टर की भीड़ के बीच खुद को उड़ा लिया. सीरियल धमाके के बाद दोपहर को दो और धमाके हुए.
श्रीलंका में सोमवार सुबह तक कर्फ्यू
श्रीलंका में सोमवार तक शाम 6 बजे से सुबह 6 बजे तक कर्फ्यू रहेगा. धमाकों के बाद फेसबुक, व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया साइट्स को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है. समाचार एजेंसी एएफपी ने श्रीलंका की पुलिस के हवाले से कहा है कि मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. मृतकों में 35 विदेशी नागरिक भी शामिल हैं.