दुनियाभर में पुरुषों में स्पर्म काउंट अलग-अलग कारणों से लगातार गिर रहा है. ह्यूमन रिप्रोडक्शन अपडेट जर्नल (Human Reproduction Update journal) में पब्लिश एक रिपोर्ट के अनुसार बीते कुछ सालों में पुरुषों के स्पर्म काउंट में जबरदस्त गिरावट देखी गई है. रिपोर्ट में 1973 से 2018 के बीच किए गए अध्यन के हवाले से कहा गया है कि पुरुषों के स्पर्म की संख्या में 50 फीसदी से अधिक की गिरावट आई है. छह में से एक बच्चा साइबरबुलीइंग का शिकार: डब्ल्यूएचओ.
पिछले हफ्ते ह्यूमन रिप्रोडक्शन अपडेट जर्नल में पब्लिश एक स्टडी में पाया गया कि 1973 और 2018 के बीच औसत शुक्राणुओं की संख्या आधी से अधिक घट गई. शोध में यह भी पता चला है कि औसत मानव स्पर्म काउंट में 51.6 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि कुल शुक्राणुओं की संख्या में 62.3 प्रतिशत की गिरावट आई.
53 देशों के 57,000 पुरुषों पर हुई स्टडी
MEDICINE: Research published in the Human Reproduction Update journal finds average sperm count more than halved between 1973 and 2018.
— The Spectator Index (@spectatorindex) April 3, 2024
शोधकर्ताओं द्वारा 1973 और 2018 के बीच प्रकाशित 223 पत्रों का विश्लेषण करने के बाद यह अध्ययन जर्नल में प्रकाशित किया गया था. इस स्टडी में 53 देशों के 57,000 पुरुषों के स्पर्म सैंपल का विश्लेषण किया गया.
अधिक तापमान करता है स्पर्म काउंट को कम
एक अन्य अध्यन में शोधकर्ताओं ने पाया है कि 30 डिग्री से अधिक तापमान के संपर्क में रहने से पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या कम हो जाती है, जिससे यह चिंता बढ़ गई है कि ग्लोबल वार्मिंग दुनिया भर में प्रजनन दर को प्रभावित कर सकती है. सिंगापुर में वैज्ञानिकों ने पाया कि गर्मी में रहने के कारण पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या कम हुई है.