पाकिस्तान में हाल ही में हुई भारी बारिश और उसके बाद आई बाढ़ के कारण पिछले छह हफ्तों में कुल 154 लोग मारे गए हैं, जबकि देश के अधिकांश हिस्सों में बारिश अभी भी जारी है.दक्षिण एशियाई देश पाकिस्तान में प्राकृतिक आपदाओं और उनके प्रभावों से निपटने वाली राष्ट्रीय संस्था, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के अधिकारियों ने गुरुवार, 8 अगस्त को समाचार एजेंसी एपी को बताया कि 1 जुलाई से कई इलाकों में भारी बारिश जारी है.
अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान में लगभग छह सप्ताह से जारी मॉनसूनी बारिश और बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 154 हो गई है. देश के अधिकांश हिस्सों में भारी बारिश जारी है, जिससे कुछ गांव पूरी तरह डूब गए हैं. अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल दक्षिणी सिंध प्रांत के बाढ़ प्रभावित इलाकों में 2,000 से अधिक लोग राहत शिविरों में हैं.
शहर और गांव डूबे
इन चरम मौसम की स्थिति के कारण बलूचिस्तान के दक्षिण-पश्चिमी प्रांत के दूरदराज के इलाकों में बागान भी गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गए, जबकि पंजाब प्रांत की राजधानी और देश के दूसरे सबसे बड़े शहर लाहौर में भी कई सड़कों पर बारिश का पानी भर गया.
वहीं पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर क्षेत्र में भी भारी बारिश के कारण भूस्खलन की कई घटनाएं हुईं हैं. आपदा एजेंसी और प्रांतीय अधिकारियों के मुताबिक 154 मौतों में से अधिकतर मौतें पूर्वी पंजाब और उत्तर-पश्चिमी खैबर पख्तूनख्वा प्रांतों में हुईं.
पाकिस्तान इस समय वार्षिक मॉनसून सीजन के मध्य से गुजर रहा है, जो आमतौर पर जुलाई में शुरू होता है और सितंबर तक रहता है. पर्यावरण वैज्ञानिकों और मौसम विज्ञानियों के मुताबिक हाल के वर्षों में पाकिस्तान में भारी बारिश वैश्विक जलवायु परिवर्तन का हिस्सा है.
पाकिस्तान पर जलवायु परिवर्तन का असर
गुरुवार को सहायता समूह इंटरनेशनल रेस्क्यू कमेटी ने कहा कि वह पाकिस्तान में आपदा से निपटने के लिए और तैयारी कर रहा है, क्योंकि आने वाली बारिश से लाखों लोगों के जीवन और आजीविका को खतरा है. पाकिस्तान में समूह की निदेशक शबनम बलोच ने एक बयान में कहा, "हमारी प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि प्रभावित समुदायों को समय पर और पर्याप्त सहायता मिले ताकि इस मानवीय संकट को और गहराने से रोका जा सके."
पाकिस्तान में साल 2022 में लगातार भारी बारिश के बाद आई बाढ़ इतनी विनाशकारी थी कि देश का लगभग एक तिहाई हिस्सा पानी में डूब गया था. दो साल पहले आई इस बाढ़ से देशभर में 1,739 लोगों की मौत हो गई थी और पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था को कुल 30 अरब अमेरिकी डॉलर का नुकसान हुआ था.
बाढ़ ने 30,000 स्कूलों, 2,000 स्वास्थ्य सुविधाओं और 4,300 जल आपूर्ति प्रणालियों को पूरी तरह से नष्ट कर दिया या आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त कर दिया था.
पाकिस्तान में आम उगाने वालों को काफी नुकसान
पाकिस्तानी अधिकारियों के अनुसार, पाकिस्तान वैश्विक ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन के एक प्रतिशत से भी कम के लिए जिम्मेदार है. जबकि वह जलवायु परिवर्तन से सबसे अधिक प्रभावित देशों में से एक है.
एए/सीके (एपी)