Russia-Ukraine War: अगले 24 घंटे बेहद अहम, रूस के साथ बेलारूस की सीमा पर बातचीत करेगा यूक्रेन

यूक्रेन पर रूस का आक्रामक हमला लगातार जारी है. 24 फरवरी की सुबह से लगातार रूस यूक्रेन पर अटैक कर रहा है. यूक्रेन पूरी ताकत के साथ रूसी सेना को जवाब दे रहा है और डट कर मुकाबला कर रहा है. रूसी हमलों में अब तक 352 लोगों की मौत खबर सामने आई है.

यूक्रेन-रूस युद्ध (Photo Credits: Twitter)

यूक्रेन पर रूस का आक्रामक हमला लगातार जारी है. 24 फरवरी की सुबह से लगातार रूस यूक्रेन पर अटैक कर रहा है. यूक्रेन पूरी ताकत के साथ रूसी सेना को जवाब दे रहा है और डट कर मुकाबला कर रहा है. रूसी हमलों में अब तक 352 लोगों की मौत खबर सामने आई है. इनमें 16 बच्चे भी शामिल हैं. जंग के बीच रविवार को दोनों देशों के बीच बातचीत की आवाज भी उठी. जानकारी के मुताबिक रूस ने यूक्रेन को बातचीत का प्रस्ताव दिया है. रूस के इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया. Russia-Ukraine War: भारत की बड़ी पहल, ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत यूक्रेन से अब तक करीब 2,000 भारतीयों को सुरक्षित निकाला. 

दरअसल रूस ने यूक्रेन को बेलारूस में आकर बातचीत करने का प्रस्ताव दिया था. रूस के इस प्रस्ताव को यूक्रेन ने ठुकरा दिया और कहा कि बेलारूस में बातचीत नहीं होगी. यूक्रेन ने रूस को अपनी पसंद के कुछ शहरों के नाम दिए. यूक्रेन ने ये कहते हुए बेलारूस में पहले वार्ता से इनकार कर दिया कि किसी ऐसे देश की जमीन पर वह वार्ता नहीं करेगा जिसने अपनी सीमा से रूस के सैनिकों को यूक्रेन पर हमला करने दिया.

हालांकि बाद में रूस बातचीत के लिए राजी हो गया. यूक्रेन का कहना है कि वह रूस के साथ बेलारूस की सीमा पर चेरनोबिल एक्सक्लूजन जोन के पास राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की और बेलारूसी नेता अलेक्जेंडर लुकाशेंको के बीच एक फोन कॉल के बाद बातचीत करेगा.

अगले 24 घंटे अहम

यूक्रेन के राष्ट्रपति ने अपने देश के लिए अगले 24 घंटे अहम बताए हैं. जंग के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने रक्षा प्रमुखों से देश के परमाणु "प्रतिरोध बलों" को हाई अलर्ट पर रखने के लिए कहा. पुतिन ने परमाणु हथियार संभालने वाले बल को हाई अलर्ट पर करने का आदेश दिया है.

पुतिन ने कहा, "पश्चिमी देश न केवल आर्थिक क्षेत्र में हमारे देश के खिलाफ अमित्र कार्रवाई कर रहे हैं। मैं उन नाजायज प्रतिबंधों के बारे में बोल रहा हूं, जिनके बारे में सभी अच्छी तरह जानते हैं। हालांकि, प्रमुख नाटो देशों के शीर्ष अधिकारी भी हमारे देश के खिलाफ आक्रामक बयान देते हैं।"

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