इस्लामाबाद, 26 मई: पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान का कारवां गुरुवार को इस्लामाबाद में प्रवेश करने के बाद प्रसिद्ध डी-चौक की ओर बढ़ रहा है. वहीं संघीय सरकार ने राजधानी की सुरक्षा के लिए सेना बुलाई है. पूर्व पीएम इमरान खान के आह्वान पर उनकी पार्टी पीटीआई द्वारा निकाले गए इस्लामाबाद मार्च के दौरान हिंसा भड़क उठी. सुरक्षा बलों के साथ टकराव में छह की मौत होने और कई जवानों के घायल होने की खबर है. वह दिन आएगा जब पाकिस्तान भारत के साथ कूटनीतिक, आर्थिक रूप से जुड़ सकेगा: बिलावल भुट्टो जरदारी
एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने गृह मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान का हवाला देते हुए बताया, "इस्लामाबाद राजधानी क्षेत्र में कानून और व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए, संघीय सरकार, इस्लामिक गणराज्य पाकिस्तान के संविधान के अनुच्छेद 245 के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए, रेड जोन में पाकिस्तान के सैनिकों की पर्याप्त संख्या की तैनाती कर रही है."
बयान में कहा गया है कि यह फैसला सुप्रीम कोर्ट, संसद भवन, प्रेसीडेंसी, प्रधानमंत्री कार्यालय समेत अन्य महत्वपूर्ण सरकारी भवनों की सुरक्षा के लिए लिया गया है. द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, तैनात किए जाने वाले सैनिकों की सही संख्या पर पाकिस्तानी सेना के अधिकारी आईसीटी प्रशासन के परामर्श से काम करेंगे.
Islamabad on fire pic.twitter.com/zd58U8iIRq
— Murtaza Ali Shah (@MurtazaViews) May 25, 2022
इससे पहले दिन में पूर्व प्रधानमंत्री ने अपने समर्थकों को राजधानी के डी-चौक पहुंचने को कहा था. इमरान खान ने घोषणा करते हुए कहा, "डी-चौक पर मौजूद कार्यकर्ता मेरा इंतजार कर रहे हैं .. मैं वहां लोगों का एक समुद्र ला रहा हूं."
इस घोषणा के तुरंत बाद राजधानी की पुलिस ने किसी को भी रेड जोन में प्रवेश करने से रोकने के लिए प्रतिबद्धता जताई. इस्लामाबाद के आईजी अकबर नासिर ने कहा, "अगर किसी ने रेड जोन के पास आने की कोशिश की तो उससे सख्ती से निपटा जाएगा."
For years Pakistan pushed terrorists into Kashmir and killed innocent Kashmiris, burned schools, destroyed public property for chaos, killings and violence.
This is Islamabad, Pakistan today. Imran Khan’s PTI supporters destroying public property and rioting. pic.twitter.com/4rZvVSCmz3
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) May 25, 2022
नासिर ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों से राजधानी के अन्य इलाकों में बल प्रयोग नहीं करने को कहा है. उन्होंने प्रदर्शनकारियों से सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाने और शांतिपूर्ण रहने की भी अपील की.