इमरान खान दोबारा इतिहास रचने के करीब, भारत की पाकिस्तान पर टिकी निगाहें
पाक इमरान खान और नवजोत सिंह सिद्धू (Photo Credit-IANS)

इस्लामाबाद: पाकिस्तान में इमरान खान के पीएम बनने के बाद आज राष्ट्रपति का चुनाव होगा. इस चुनाव में सत्तारूढ़ पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के उम्मीदवार आरिफ अल्वी के जीतने की संभावना है क्योंकि विपक्ष संयुक्त उम्मीदवार को उतारने में नाकाम रहा है. राष्ट्रपति पद की हो़ड़ में अल्वी के अलावा बिलावल भुट्टो की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के एतजाज अहसान और जमीयत-उलमा-ए-इस्लाम के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान भी शामिल हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि विपक्ष साझा उम्मीदवार खड़ा कर अल्वी को कड़ी चुनौती दे सकता था, लेकिन वह इसमें विफल रहा.

पाकिस्तान चुनाव आयोग (ECP) ने चुनाव के लिए तैयारियां पूरी कर ली हैं. नेशनल एसेंबली के साथ सभी चार प्रांतीय एसेंबली में मतदान केंद्र बनाए गए हैं. मुख्य निर्वाचन आयुक्त सरदार रजा खान निर्वाचन अधिकारी होंगे. यह भी पढ़े-इमरान खान की पत्नी के पूर्व पति को जांच के लिए रोका तो चली गई नौकरी

इससे पहले पीपीपी (PPP) ने पिछले महीने जाने-माने वकील अहसान को अपना उम्मीदवार घोषिषत कर दिया था. उसका यह कदम पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और मुत्तहिदा मजलिस-ए-अमाल को पसंद नहीं आया था. इन दलों ने रहमान का समर्थन किया है. यह भी पढ़े-इमरान खान के प्रधानमंत्री बनने के बाद भारत-PAK के बीच पहली बार होगी बात, इस मुद्दे का निकालेंगे हल

पाकिस्तान (PAK) के मौजूदा राष्ट्रपति ममनून हुसैन का कार्यकाल आठ सितंबर को खत्म हो रहा है.लेकिन माहौल को देखते हुए उन्होंने पांच साल के दूसरे कार्यकाल के लिए फिर से चुनाव मैदान में उतरने से इनकार कर दिया है.

गौरतलब हैं कि इमरान खान (Imran Khan) की पार्टी के उम्मीदवार को हराने के लिए विपक्षी दलों ने रविवार को लाहौर में बैठक की और राष्ट्रपति चुनाव पर चर्चा हुई. इस बैठक में पीपीपी ने हिस्सा नहीं लिया. पीपीपी (PPP) नेता कमर जमां कैरा ने कहा कि विपक्ष में एकजुटता नहीं रहने का फायदा सत्तारूढ़ पार्टी को मिलेगा. उन्होंने संकेत दिया कि पीपीपी जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मुलाकात कर अहसन के लिए उनकी पार्टी का समर्थन मांगेगी. यह भी पढ़े-इमरान खान के शपथग्रहण समारोह में सिद्धू ने किया कुछ ऐसा जिससे बढ़ सकती हैं कांग्रेस की मुश्किलें

बता दें कि पाकिस्तान चुनाव आयोग (ECP) के अनुसार, राष्ट्रपति चुनाव के लिए नेशनल असेंबली और चारों प्रांतीय विधानसभाओं में मतदान केंद्र बनाए गए हैं. मुख्य चुनाव आयुक्त सरदार रजा खान रिटर्निग अधिकारी की भूमिका में रहेंगे.