पाकिस्तान ने आतंकी मसूद अजहर को दूसरी जगह किया शिफ्ट, पाक आर्मी की बदौलत इस कैंप में है सुरक्षित- रिपोर्ट
आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर (photo credits: PTI

पुलवामा सहित कई भारत में कई आतंकी हमलों के गुनहगार आतंकी मसूद अजहर (Masood Azhar) की मौत की अटकलें रविवार को तेज हो गईं. हालांकि आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के चीफ मसूद अजहर की मौत की खबर का पाकिस्तान की तरफ से खंडन किया गया है. वहीं अब खबर मिल रही है कि बीमार चल रहे मसूद अजहर को रावलपिंडी के आर्मी अस्पताल से छुट्टी भी मिल गई है. सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान की सेना ने अजहर को सेना के अस्पताल से रविवार शाम 7.30 बजे बहावलपुर के गोथ घानी स्थित जैश कैंप में शिफ्ट कर दिया है. बता दें कि किडनी की बीमारी से जूझ रहे अजहर का इलाज रावलपिंडी के सेना अस्पताल में कई महीनों से चल रहा था.

सूत्रों की मानें तो जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ पर हुए आत्मघाती हमले के बाद मसूद अजहर की सुरक्षा के लिए 10 पाकिस्तान स्पेशल सर्विस ग्रुप कमांडो को तैनात किया गया था. टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक रविवार को जैश ने एक बयान में कहा है कि अजहर जिंदा है. उसने यह भी स्वीकार किया कि भारतीय वायु सेना ने बालाकोट में उसके आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया लेकिन इसमें उन्हें ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है. यह भी पढ़ें- IAF एयर स्ट्राइक पर मसूद अजहर के छोटे भाई मौलाना अम्मार ने बर्बादी का रोना रोया, बालाकोट में हुई तबाही को माना

गौरतलब है कि बीते हफ्ते पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने सीएनएन से कहा था कि उनकी जानकारी के मुताबिक अजहर पाकिस्तान में है और काफी बीमार है. वह इतना बीमार है कि अपने घर से बाहर भी निकल नहीं पा रहा है.

कौन है मसूद अजहर

मसूद अजहर जैश ए मोहम्मद नाम के आतंकी संगठन का संस्थापक है और भारत के मोस्ट वांटेड आतंकियों में एक है. मसूद अजहर को 1994 में भारत ने पुर्तगाल के फर्जी पासपोर्ट पर यात्रा के लिए गिरफ्तार किया था. लेकिन बाद में 1999 में हुए कंधार विमान अपहरण कांड के चलते रिहा करना पड़ा था.

जैश ए मोहम्मद ने न सिर्फ पुलवामा अटैक को अंजाम दिया बल्कि साल 2001 में संसद पर भी आतंकी हमला किया था जिसमें 9 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे. वहीं तीन साल पहले पठानकोट एयरबेस पर भी जैश के आतंकियों न हमला किया. पठानकोट एयरबेस पर अटैक के बाद भारत ने मसूद अजहर को आतंकवादी घोषित करने और जैश ए मोहम्मद पर बैन लगाने के लिए संयुक्त राष्ट्र में प्रस्ताव रखा था. लेकिन चीन ने इस मसले पर मसूद अजहर का बचाव करते हुए वीटो कर दिया था.