Fawad Chaudhry on Pulwama Attack: जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में पुलवामा (Pulwama) हमले को लेकर पाकिस्तान (Pakistan) के एक मंत्री ने जो बयान दिया है, उसके बाद एक बार फिर पाकिस्तान का असली चेहरा दुनिया के सामने आ गया है. पाक के इमरान खान सरकार में मंत्री फवाद चौधरी (Fawad Chaudhry) ने नेशनल असेंबली में यह माना है कि पुलवामा में सीआरपीएफ (CRPF) के काफिले पर हुए हमले में पाकिस्तान का हाथ था. उन्होंने सिर्फ यही नहीं माना कि पुलवामा हमले (Pulwama Terrorist Attack) में पाकिस्तान का हाथ था, बल्कि यह भी कहा कि इमरान खान (Imran Khan) के नेतृत्व में यह एक बड़ी उपलब्धि है. इस हमले का श्रेय उन्होंने इमरान खान और उनकी पार्टी को दिया है. फवाद चौधरी के इस विवादित बयान के बाद पाकिस्तान सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
दरअसल, फवाद चौधरी अपने बयानों को लेकर अक्सर सुर्खियों में बने रहते हैं. वे अपने बयानों के जरिए आए दिन भारत को धमकी देते रहते हैं और अपना मजाक उड़वाते हैं. बता दें कि जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद से वो कई बार भारत को युद्ध की धमकी दे चुके हैं और अब पाक के संघीय मंत्री फवाद चौधरी ने नेशनल असेंबली में कहा कि पुलवामा में जो हमारी कामयाबी है वो इमरान खान की कियादत में इस कौम की कामयाबी है और उसके हिस्सेदार आप लोग भी हैं.
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@FATFNews ब्लेक लिस्ट करों इस आतंकी मुल्क को
— VISHNU KUMAR (@KumarVishnu1506) October 29, 2020
इससे एक दिन पहले पाकिस्तान के एक सांसद एयाज सादिक ने संसद में बयान देते हुए कहा था कि भारतीय विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान जिस समय पाकिस्तान में थे, उस समय विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा था कि भारत रात 9 बजे हमला करने वाला है. उन्होंने इस बात को कबूल किया कि उस समय पाकिस्तानी सेना प्रमुख की हालत यह सोचकर खराब थी कि अगर पाकिस्तान अभिनंदन को नहीं छोड़ता है तो भारत उस पर हमला कर सकता है. यह भी पढ़ें: पाक विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने पेशावर विस्फोट पर जोर देते हुए कहा- पाकिस्तान को कुछ ताकतें करना चाहती हैं अस्थिर
ज्ञात हो कि 14 फरवरी 2019 को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमला हुआ था, जिसमें 40 जवान शहीद हो गए थे. पुलमावा हमले का बदला लेने और पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए भारत ने बालाकोट में एयरस्ट्राइक किया था. उसके अगले दिन पाकिस्तान ने अपने लडाकू विमान को भारत की ओर भेजा था, जिसे खदेड़ते हुए अभिनंदन पाक के कब्जे वाले क्षेत्र में गिर गए और पाकिस्तान ने उन्हें अपने कब्जे में ले लिया था, लेकिन महज 48 घंटे के भीतर ही उन्हें छोड़ने पर पाकिस्तान मजबूर हो गया था.