लंदन, 1 सितंबर: सहायता कर्मियों ने पाकिस्तान में बाढ़ के 'विनाशकारी' प्रभाव से लड़ने के लिए तत्काल दान की अपील की है, क्योंकि नए उपग्रह चित्र इस बात की पुष्टि करते हैं कि देश का एक तिहाई हिस्सा अब पानी के नीचे है. Pakistan Food Crisis: पाकिस्तान में सब्जियों के दाम आसमान पर, चुनौती से निपटने के लिए भारत से मांगी मदद
द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, यूके की आपदा आपातकालीन समिति (डीईसी) ने पाकिस्तान में बाढ़ से प्रभावित 33 मिलियन लोगों के लिए धन जुटाने की अपील शुरू की, यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) ने अपने कोपरनिकस उपग्रह द्वारा कैप्चर किए गए डेटा के आधार पर कठोर छवियां जारी कीं.
रिपोर्ट में कहा गया है कि छवियां पाकिस्तानी सरकार के आकलन की पुष्टि करती हैं कि देश का एक तिहाई से अधिक 'लगभग यूके के आकार का एक क्षेत्र' मानसून की बारिश से जलमग्न हो गया है.
ईएसए ने एक बयान में कहा, "सिंधु नदी में बाढ़ आ गई है, जिससे प्रभावी रूप से एक लंबी झील बन गई है, जो दसियों किलोमीटर चौड़ी है."
बाढ़ ने 399 बच्चों सहित 1,100 से अधिक लोगों की जान ले ली है, एक मिलियन से अधिक घरों को नष्ट कर दिया है और फसलों, पशुधन और सड़कों और पुलों जैसे प्रमुख बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया है.
पड़ोसी देश पाकिस्तान पिछले कुछ महीनों से संकट के दौर से गुजर रहा है. राजनीतिक उठापटक के कारण देश को आर्थिक मोर्चे पर भी संघर्ष करना पड़ रहा है. पाकिस्तान के एक प्रमुख व्यापार मंडल ने मंगलवार को सरकार से भारत से वाघा सीमा के माध्यम से सब्जियों के आयात को फिर से शुरू करने की अनुमति देने का आग्रह किया है.
लाहौर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एलसीसीआई) का यह अनुरोध पाकिस्तान के वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल के उस बयान के एक दिन बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि सरकार इस्लामाबाद में तीन साल के बाद भारी बाढ़ के कारण खड़ी फसलों के नष्ट होने के बाद भारत से सब्जियां और अन्य खाद्य वस्तुओं के आयात पर विचार कर सकती है.
महंगाई ने पाकिस्तान के आम आदमी का जीना मुहाल कर रखा है. खाने-पीने के सामान लोगों की पहुंच से दूर होते जा रहे हैं. लोग सब्जियां तक नहीं खरीद पा रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इन दिनों पाकिस्तान की मंडियों में टमाटर 500 रुपये किलो तो प्याज 400 रुपये प्रति किलो के भाव पर बिक रहा है.