नई दिल्ली: पाकिस्तान में इस महीने की 25 तारीख को आम चुनाव होने हैं. सभी छोटे-बड़े दल और नेता प्रचार में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं. सभी राजनीतिक दल अपने-अपने तरीकों से मतदाताओं को लुभाने की कोशिश मे जुटे हैं. वहीं, प्रशासन भी इन चुनावों को पारदर्शक बनाने के लिए प्रयास कर रही है. इस बीच वहां गैर मुसलमान मतदाताओं की संख्या 30 फीसदी से बढ़कर 36.3 लाख हो गई है. 2013 में इनकी संख्या 27 लाख थी. पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों में हिंदुओं की संख्या सबसे अधिक है.
पाकिस्तान में 17. 7 लाख हिंदू वोटर हैं. 2013 के बाद से 3 लाख हिंदू वोटर बढ़ गए हैं. उमेरकोट और थारपारकर जिले में तो हिन्दुओं की संख्या निर्णायक है. इन दोनों जिलों में 40 फीसदी हिंदू वोटर हैं. वहीं, इसाई समुदाय के 31,543 पंजीकृत मतदाता हैं. सिख मतदाताओं की संख्या 8,852, जबकि पारसी 4,235 हैं. खैबर पख्तूनख्वा, संघ शासित कबायली इलाकों, लाहौर और ननकाना में सिख मतदाताओं की बड़ी संख्या है.
बता दें कि पाक में पीएमएल - एन , इमरान खान नीत पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ और पीपीपी के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना है. नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) का कार्यकाल 31 मई को पूरा हो गया था. एक जून को पूर्व प्रधान न्यायाधीश नासिर-उल-मुल्क को सातवें कार्यवाहक प्रधानमंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई.