इस्लामाबाद: पाकिस्तान के बंदरगाह शहर कराची में चीन के वाणिज्यिक दूतावास के पास आतंकवादी हमले में शुक्रवार को दो पुलिसकर्मियों सहित कम से कम पांच लोग मारे गए. इस खतरनाक ऑपरेशन के दौरान एक महिला पुलिस अधिकारी ने अपनी बहादुरी का परिचय देते हुए महज दो घंटे में तीन आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया. इस हमले में सहायक पुलिस अधीक्षक (ASP) सुहाय अजीज (Suhai Aziz) ने आतंकियों से लोहा लेने के लिए अपनी पुलिस टीम का नेतृत्व किया. और आतंकियों को चीनी वाणिज्य दूतावास में घुसने नहीं दिया.
पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक ASP सुहाय अजीज की इसी बहादुरी के चर्चे पूरे पाकिस्तान में हो रहे है. लेडी सुपरकॉप की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. इस वजह से ASP सुहाय अजीज अब दुनिया में भी पहचाने जानी लगी है. हर कोई इस बहादुर महिला ऑफिसर के बारे में जानने को उत्सुक है.
2 घंटे में 3 आतंकियों को मार गिराया-
पुलिस उप महानिरीक्षक जावेद आलम के मुताबिक शुक्रवार को कुछ अज्ञात आतंकवादियों के एक समूह ने कूटनीतिक क्षेत्र में चीनी वाणिज्यिक दूतावास के पास गोली चलानी शुरू कर दी. इस दौरान दो पुलिसकर्मी और तीन अन्य लोग मारे गए. हमला कराची के क्लिफ्टन क्षेत्र में हुआ जहां कई अन्य विदेशी दूतावास भी हैं.
इस आतंकी हमलें की खबर मिलते ही ASP सुहाय अजीज अपनी टीम के साथ चीनी वाणिज्यिक दूतावास पहुंची और आतंकियों के सफाए के लिए ऑपरेशन शुरू किया. सुरक्षा बलों के साथ गोलीबारी में तीन आतंकी मारे गए हैं. पुलिस प्रमुख के मुताबिक मारे गए आतंकवादियों में दो के पास से आत्मघाती विस्फोट वाली जैकेट भी बरामद की गईं. इस हमलें के पीछे बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी का हाथ माना जा रहा है.
ASP सुहाय ने 2013 में जॉइन किया पुलिस फोर्स-
स्थानीय मीडिया की मानें तो ASP सुहाय अजीज का जीवन संघर्ष भरा रहा है. सुहाय अजीज सिंध के तांडो मोहम्मद खान जिला के भाई खान तालपुर गांव की रहने वाली हैं. उनके पिता का नाम अजीज तालपुर है. उनके पिता एक सामाजिक कार्यकर्ता और लेखक हैं.
लेडी सुपरकॉप एक मध्यमवर्गीय परिवार से आती है. उन्होंने फौजी फाउंडेशन हायर सेकंड्री स्कूल, तांडो मोहम्मद खान से 10वीं की पढाई पूरी की. जिसके बाद बहरिया फाउंडेशन कॉलेज से उन्होंने 12वीं पास किया. इसके बाद सुहाय आगे की पढाई के लिए जुबैदा गर्ल्स कॉलेज गई, जहां से बीकॉम किया. फिर उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ सिंध से इकनॉमिक्स में मास्टर डिग्री हासिल की. साल 2013 में पाकिस्तान की सेंट्रल सुपीरियर सर्विसेज की परीक्षा पास करके सुहाय ने पुलिस फ़ोर्स जॉइन किया. सुहाय अपनी कामयाबी का श्रेय अपने माता-पिता को देती हैं.