पाकिस्तान में पैसे के बाद अब खत्म हो रहा गेहूं और आटा, पड़ सकते हैं रोटी के भी लाले

भयंकर आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान के सामने अब एक और नई चुनौती आ खड़ी हुई है. दरअसल पैसों की किल्लत के बाद अब इमरान खान के नए पाकिस्तान में अनाज की कमी हो गई है.

पाकिस्तान में गेहूं के निर्यात पर लगी रोक (File Photo)

इस्लामाबाद: भयंकर आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान (Pakistan) के सामने अब एक और नई चुनौती आ खड़ी हुई है. दरअसल पैसों की किल्लत के बाद अब इमरान खान (Imran Khan) के नए पाकिस्तान में अनाज की कमी हो गई है. अगर हालात नहीं सुधरे तो पहले ही मंहगाई (Inflation) की मार झेल रही पाकिस्तानी आवाम रोटी-रोटी के लिए तरस जाएगी.

पाकिस्तानी मीडिया की खबर के मुताबिक देश में गेहूं और आटे के दाम आसमान छू रहे हैं. यहीं वजह है कि पाकिस्तान के अधिकतर हिस्सों में महज एक रोटी की कीमत 20 से 30 रुपये हो चुकी है. उधर, हालात बिगड़ता देख इमरान सरकार ने गेहूं और आटे के निर्यात पर तत्काल बैन लगा दिया. यह कदम देश की नैशनल प्राइस मॉनिटरिंग कमिटी की बैठक के बाद उठाया गया. साथ ही अधिक मुनाफा कमाने के चक्कर में जमाखोरी करने वालों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई का आदेश दिया गया है.

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इमरान कैबिनेट की इकनॉमिक को-ऑर्डिनेशन कमिटी (ईसीसी) की बुधवार को हुई बैठक में पाकिस्तान के राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा और अनुसंधान मंत्रालय द्वारा एक रिपोर्ट पेश की गई. जिसमें दावा किया गया है कि पाकिस्तान की जनता की जरुरत के हिसाब से पर्याप्त गेहूं का भंडार उपलब्ध हैं. हालांकि गेहूं और आटे की कीमतों में हालिया बढ़ोतरी पर चिंता जताई है.

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पाकिस्तान में रबी सीजन 2018-19 के दौरान 25.5 मिलियन टन के अनुमानित लक्ष्य के मुकाबले 24.12 मिलियन टन गेहूं उत्पादन हुआ. साथ ही ईसीसी ने यह भी बताया है कि इस वर्ष के दौरान पाकिस्तान सरकार द्वारा गेहूँ की खरीद की मात्रा पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान गेहूँ की खरीद की मात्रा से 33% कम है.

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