इस्लामाबाद, 5 नवंबर : पाकिस्तानी सेना द्वारा देश भर में चलाए गए अलग-अलग ऑपरेशंस में सात 'आतंकवादी' मारे गए और तीन अन्य घायल हो गए. पाकिस्तान की सेना की मीडिया शाखा इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने कहा कि एक घटना उत्तरी वजीरिस्तान के कबायली जिले में हुई, जहां खुफिया जानकारी के आधार पर चलाए गए ऑपरेशन में एक "आतंकवादी" मारा गया.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने आईएसपीआर के हवाले से बताया कि दूसरी घटना पड़ोसी दक्षिण वजीरिस्तान जिले में हुई, जहां सैनिकों ने पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा के जरिए घुसपैठ की कोशिश कर रहे 'आतंकवादियों' को रोका. इस घटना के बाद गोलीबारी शुरू हो गई, जिसमें पांच 'आतंकवादी' मारे गए, जबकि तीन अन्य घायल हो गए. इस बीच, सोमवार को पाकिस्तान के दक्षिण-पश्चिमी बलूचिस्तान प्रांत में सुरक्षा बलों के साथ झड़प में एक 'आतंकवादी' मारा गया. यह भी पढ़ें : बाघ अभयारण्य में हाथियों की मौत ‘सरकार की ओर से की गई हत्या’, मंत्री इस्तीफा दें : मप्र कांग्रेस
पाकिस्तान के लिए आतंकवाद एक बड़ी चुनौती बनता जा रहा है. अक्टूबर के दौरान देश में अलग-अलग आतंकी हमलों में कुल 198 लोग मारे गए और 111 अन्य घायल हो गए. इस्लामाबाद स्थित थिंक टैंक पाकिस्तान इंस्टीट्यूट फॉर कॉन्फ्लिक्ट एंड सिक्योरिटी स्टडीज (पीआईसीएसएस) ने शनिवार को यह जानकारी दी. पीआईसीएसएस की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, आतंकवादी हमलों की संख्या में मामूली कमी के बावजूद, 'अक्टूबर' वर्ष का दूसरा सबसे घातक महीना बनकर उभरा है. इससे पहले अगस्त है जब ऐसी घटनाओं में 254 लोग मारे गए और 150 अन्य घायल हुए. मारे गए लोगों में 89 आतंकवादी, 62 सुरक्षाकर्मी और 38 नागरिक शामिल हैं, जबकि हमलों में 56 नागरिक, 44 सुरक्षाकर्मी और 11 आतंकवादी घायल हुए.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार थिंक टैंक ने कहा कि पिछले महीने आतंकवादियों और सुरक्षा बलों की सबसे अधिक मौतें दर्ज की गईं, जिनमें से 81 प्रतिशत मौतें लड़ाकों की हुईं. पीआईसीएसएस के आंकड़ों से पता चलता है कि अक्टूबर में 68 घटनाओं के साथ आतंकवादी हमलों में 12 प्रतिशत की कमी आई, लेकिन सितंबर की तुलना में मौतों की संख्या में 77 प्रतिशत की वृद्धि हुई.