पाकिस्तान में भी तबाही मचा रहा है कोरोना, यहां पढ़ें पड़ोसी मुल्क का हाल
प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo Credits: File Image)

इस्लामाबाद , 23 अप्रैल : पाकिस्तान (Pakistan) के मुख्य शहरों में लॉकडाउन (Lockdown) लगने की संभानवा है, अगर लोगों ने सरकार द्वारा निर्धारित मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) का सही से अनुपालन नहीं करने के कारण नए कोरोना मामले के बढ़ने की संभावना को देखते हुए सरकार लॉकडाउन लगा सकती है. इसकी जानकारी नेशनल कमांड एंड ऑपरेशन सेंटर (एनसीओसी) ने दी है. समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, एनसीओसी की एक बैठक की अध्यक्षता करने के बाद मीडिया से बात करते हुए, केंद्र के प्रमुख असद उमर ने बुधवार को कहा कि बीमारी की तीसरी लहर गंभीर होती जा रही है और वेंटिलेटर पर गंभीर रोगियों की संख्या 4,500 है जो कि पिछली साल जून 2020 की महामारी के मुकाबले 30 प्रतिशत ज्यादा है. उमर ने कहा कि जनता को यह पता होना चाहिए कि यह बीमारी फैलने और एसओपी के अनुपालन के बारे में गंभीर होने का समय है क्योंकि जनता की लापरवाही स्वास्थ्य सेवा प्रणाली पर ज्यादा बोझ डाल रही है.

उन्होंने कहा कि देश के अधिकांश शहरों में 80 प्रतिशत वेंटिलेटर का उपयोग किया जा रहा है और देश में कुल ऑक्सीजन आपूर्ति श्रृंखला का 90 प्रतिशत उपयोग किया जा रहा है. अधिकारी ने कहा कि एनसीओसी ने आगे प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है जो शुक्रवार को देश में लागू होने की घोषणा की जाएगी जहां लगभग सभी बड़े शहरों में स्कूलों और भ्रमण गतिविधियों पर पहले से ही प्रतिबंध है. मीडिया के साथ आंकड़े साझा करते हुए, उमर ने कहा कि देश की कुछ जगहों पर कोविड-19 की पॉजिटिव दर तीस प्रतिशत से ज्यादा हो गई है, जो देश की स्वास्थ्य प्रणाली के लिए बहुत खतरनाक है. यह भी पढ़ें : COVID-19: अमेरिकी सांसदों ने भारत में कोविड-19 की स्थिति पर चिंता जताई

अधिकारी ने पहले कहा था कि तीसरी लहर में देश में ज्यादातर नए मामले शुरुआती तौर पर ब्रिटेन में पाए जाने वाले कोरोनावायरस संस्करण के कारण हैं. बीमारी के तेजी से प्रसार की जांच के लिए, पाकिस्तान ने 23 देशों को अपनी 'श्रेणी सी' सूची में डाल दिया है, यहां से आने-जाने वाले लोगों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान में कुल कोरोना के 772,381 मामले हैं जिसमें से 16,600 मौतें और 672,619 लोग ठीक हो चुके हैं.