जकार्ता: इंडोनेशिया (Indonesia) में हाल ही में खत्म हुए राष्ट्रीय चुनाव निर्वाचन कर्मचारियों के मौत का कारण बन गया है. मतदान के करीब 11 दिन बाद भी वोटों की गिनती जारी है. इस दौरान ओवरटाइम करने की वजह से 270 से अधिक निर्वाचन कर्मचारी काल के गाल में समा चुके हैं. जबकि सैकड़ों बीमार हो गए है.
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक इंडोनेशिया में मतगणना के लिए लगाए गए निर्वाचन कर्मचारियों को कठीन परिस्थिति में रातभर काम करना पड़ रहा है. जिसकी वजह से कर्मचारी बिमारियों और शारीरिक परेशानियों से पीड़ित हो जा रहे है. आपको बता दें कि इंडोनेशिया में एक-एक वोटों की गिनती कर्मचारी हाथों से करते है. जिसके कारण परिणाम आने में महीनेभर का समय लग जाता है.
इंडोनेशिया के जनरल इलेक्शन कमीशन के प्रवक्ता के अनुसार चुनावी कार्यों में लगे 272 कार्यकर्ताओं की मौत ओवरटाइम काम करने की वजह हो गई है. सभी अधिक काम करने से बीमार हो गए थे. हालांकि सभी मृतकों को चुनाव आयोग की ओर से मुआवजा दिया जाएगा. वहीं 1878 कर्मचारी बीमार बताए जा रहे हैं.
बोर्नियो के जंगलों से लेकर जकार्ता की बस्तियों तक करीब 17,000 द्वीपों में 17 अप्रैल को मतदान हुए. इंडोनेशिया के लाखों मतदाताओं ने राष्ट्रपति पद और संसदीय चुनावों के लिए जमकर वोट डाले. इसे दुनिया में सबसे बड़ा मतदान माना जा रहा है.
मुस्लिम बहुल इंडोनेशया में 19 करोड़ से अधिक मतदाता है, जिनके लिए आठ लाख मतदान केंद्र बनाए गए थे. अबकी बार इंडोनेशया में 80 फ़ीसदी मतदान हुए थे. हालांकि अंतिम परिणाम आने से पहले ही इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने चुनाव में खुद को विजेता घोषित कर दिया है. विडोडो ने यह दावा अनाधिकारिक परिणामों के आधार पर किया है, जिसमें कहा गया है कि चुनाव में उन्हें 54 फीसदी वोट मिले, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी व पूर्व सेना प्रमुख प्रबोवो सुबियांतो को 45 फीसदी वोट मिले हैं. हालांकि वोटों की गिनती 22 मई तक पूरी होने की उम्मीद है.