भारत से तनाव के बीच जस्टिन ट्रूडो के लिए बुरी खबर, कनाडा की जनता दोबारा नहीं बनाना चाहती PM
सर्वेक्षण में कहा गया है कि अगर इस समय चुनाव होते हैं तो कंजर्वेटिव ट्रूडो के नेतृत्व वाली लिबरल अल्पसंख्यक व्यवस्था को हटाकर बहुमत वाली सरकार बनाएंगे.
नई दिल्ली: खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर कनाडा और भारत आमने-सामने हैं. जस्टिन ट्रूडो द्वारा भारत पर आरोप लगाए जाने के बाद भारत और कनाडा के रिश्तों में तल्खी बढ़ती जा रही है. निज्जर की हत्या में भारत की संलिप्तता के आरोप को लेकर निशाने पर आए कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) के लिए एक बुरी खबर आई है. एक हालिया सर्वे के अनुसार ट्रूडो मतदाताओं के बीच अपनी लोकप्रियता खोते नजर आ रहे हैं. कनाडा के ग्लोबल न्यूज में प्रकाशित Ipsos सर्वे के अनुसार, "39 फीसदी लोगों ने कहा, कंजर्वेटिव नेता पियरे पोइलिव्रे को PM बनना चाहिए." निज्जर की हत्या के सबूत हैं तो क्यों नहीं दे रहा कनाडा? अब कहा आरोप खुफिया जानकारी पर आधारित.
सर्वे के मुताबिक, कनाडा के लोग अगले चुनाव में पीएम पद के लिए ट्रूडो की तुलना में विपक्षी नेता पियरे पोइलिवरे को ज्यादा योग्य मानते हैं. सर्वे में पता चलता है कि कनाडा के लोग विपक्षी नेता पियरे पोइलिव्रे को पीएम के लिए सबसे अच्छे उम्मीदवार के रूप में देखते हैं. सर्वे में 39 फीसदी लोगों ने उन्हें पीएम पद के लिए योग्य माना है. जबकि ट्रूडो के पक्ष में सिर्फ 30 फीसदी वोट पड़े हैं.
जुलाई में, एक अलग सर्वेक्षण में पाया गया कि ट्रूडो 50 से अधिक वर्षों में सबसे खराब प्रधानमंत्री थे. सीटीवी न्यूज के अनुसार दिलचस्प बात यह है कि उनके पिता पियरे ट्रूडो, जो 1968 से 1979 और 1980 से 1984 तक प्रधान मंत्री रहे, कनाडाई मतदाताओं के बीच लोकप्रिय थे. बता दें कि कनाडा में चुनाव 2025 के अंत में होने वाले हैं.
ट्रूडो के आरोपों पर भारत सख्त
इसी सोमवार यानी 18 सितंबर को निज्जर की हत्या को लेकर कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो ने वहां की संसद में भारत पर आरोप लगाए. ट्रूडो ने सोमवार को ‘हाउस ऑफ कॉमन्स’ में अपने बयान में कहा था, "कनाडा की धरती पर एक कनाडाई नागरिक की हत्या में किसी भी विदेशी सरकार की भागीदारी हमारी संप्रभुता का उल्लंघन है और यह अस्वीकार्य है."
ट्रूडो ने कहा था कि कनाडाई सुरक्षा एजेंसियों के पास यह मानने के कारण है कि भारत सरकार के एजेंटों ने ही निज्जर की हत्या की. हालांकि भारत ने कनाडा के इन आरोपों को बेतुका, प्रेरित और आधारहीन बताकर तत्काल ही खारिज कर दिया था.