इटालियन पीएम के डीपफेक अश्लील वीडियो अमेरिकी वयस्क वेबसाइट पर पोस्ट किए जाने और 'लाखों बार' देखे जाने के बाद जॉर्जिया मेलोनी ने उस व्यक्ति और उसके पिता पर €100,000 का मुकदमा दायर किया.
एक 40 वर्षीय व्यक्ति और उसके 73 वर्षीय पिता की फिलहाल जांच चल रही है, मेलोनी का कहना है कि मामले में जीता गया हर्जाना महिला एकजुटता कोष में दान किया जाएगा. मामले पर काम कर रहे जासूस उस मोबाइल डिवाइस का पता लगाने में सक्षम थे जिसका उपयोग वीडियो अपलोड करने के लिए किया गया था. दोनों संदिग्धों पर मानहानि का आरोप है, जिसमें इतालवी कानून के तहत हिरासत की सजा हो सकती है.
Italian Prime Minister Meloni demands 100 000 euros from the creators of a pornographic deepfake with her image - BBC
Two men (father and son) are accused of making and distributing the deepfake: their actions fall under the criminal article on defamation. pic.twitter.com/CLGzuMsgPq
— NEXTA (@nexta_tv) March 20, 2024
दोनों व्यक्तियों पर अब मानहानि का आरोप है. रिपोर्ट में कहा गया है कि अधिकारी कथित वयस्क वीडियो अपलोड करने के लिए इस्तेमाल किए गए मोबाइल डिवाइस का पता लगाकर संदिग्धों का पता लगाने में कामयाब रहे.
बीबीसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि 2022 में प्रधान मंत्री के रूप में उनकी नियुक्ति से पहले डीपफेक वीडियो अपलोड किए गए थे. मेलोनी का प्रतिनिधित्व करने वाली वकील मारिया गिउलिया मारोंगिउ ने प्रधान मंत्री द्वारा मांगे गए मुआवजे को 'प्रतीकात्मक' बताया और कहा कि यदि दिया जाता है, तो वह पुरुष हिंसा की शिकार महिलाओं की सहायता के लिए एक कोष में राशि दान करेंगी.
इटली के कानून के अनुसार, कुछ मानहानि के मामलों में संभावित कारावास भी हो सकता है. डीपफेक वीडियो सिंथेटिक मीडिया हैं, जिसमें मौजूदा फोटो या वीडियो में किसी व्यक्ति को किसी और की फोटो या वीडियो से बदल दिया जाता है.
भारत में भी रश्मिका मंदाना, कैटरीना कैफ, नोरा फतेही और अन्य सहित बॉलीवुड अभिनेताओं के कई डीपफेक वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किए गए थे.