Israeli Air Strikes: गाजा में शोक सभा के दौरान इजरायली हवाई हमले में 16 की मौत, 30 घायल

गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, उत्तरी गाजा पट्टी में इजरायली हवाई हमले में कम से कम 16 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई और 30 से ज्यादा लोग घायल हुए.

Israeli Air Strikes: गाजा में शोक सभा के दौरान इजरायली हवाई हमले में 16 की मौत, 30 घायल

गाजा, 20 मार्च : गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, उत्तरी गाजा पट्टी में इजरायली हवाई हमले में कम से कम 16 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई और 30 से ज्यादा लोग घायल हुए. समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने फिलिस्तीनी समाचार एजेंसी डब्ल्यूएएफए के हवाले से बताया कि यह हमला बुधवार को बेत लाहिया के सलातीन इलाके में हमला हुआ, यहां लोगों ने पहले हुए इजरायली हमलों के पीड़ितों के लिए शोक सभा आयोजित की थी. इजरायल की सेना ने इस घटना पर तुरंत कोई टिप्पणी नहीं की है.

गाजा में इजरायली सेना के नए हमलों के बीच यह हमला हुआ. इजरायल का कहना है कि उसके हमले हमास के आतंकियों को निशाना बना रहे हैं. गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, मंगलवार से अब तक 430 से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे गए हैं. इस दौरान, जो संघर्ष विराम 19 जनवरी से जारी था, वह खत्म हो गया. मारे गए लोगों में 170 से ज्यादा बच्चे और 80 महिलाएं भी शामिल हैं. यह भी पढ़ें : यमन के मिसाइल हमले के बाद इजराइल में बज उठे सायरन

इजरायल की सेना का कहना है कि ये हमले "हमास के खतरों को खत्म करने" के लिए किए जा रहे हैं और तब तक जारी रहेंगे जब तक उनके "रणनीतिक लक्ष्य" पूरे नहीं हो जाते. वहीं, फिलिस्तीन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने चेताया है कि गाजा के अस्पतालों में घायलों की काफी भीड़ है और आपातकालीन सेवाएं ठीक से काम नहीं कर पा रही हैं. इजरायल के रक्षा मंत्री, इसराइल काट्ज ने बुधवार को कहा कि बीते दो दिनों के हवाई हमले "सिर्फ शुरुआत" हैं. उन्होंने चेतावनी दी, "इसके बाद और भी गंभीर हमले होंगे, और तुम इसकी पूरी कीमत चुकाओगे."

बुधवार को, हमास के मीडिया कार्यालय ने बताया कि गाजा के 20 लाख लोगों को भोजन की भारी कमी और ऐसे मानवीय संकट का सामना करना पड़ रहा है, जो पहले कभी नहीं देखा गया. इजरायल की नाकाबंदी और सीमा बंद होने के कारण स्थिति बिगड़ रही है. कार्यालय ने बताया कि कई बेकरी बंद हो गई हैं, जिससे ब्रेड तक मिलनी मुश्किल हो गई है. उन्होंने इजरायल पर गाजा को "जीवन की सबसे बुनियादी जरूरतों" से वंचित करने का आरोप लगाया. उन्होंने तुरंत सीमा खोलने की मांग की, यह कहते हुए कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो लाखों लोग भुखमरी का शिकार हो सकते हैं.


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