Israel-Palestine War: हमास से बदला! इजराइल ने गाजा में लगाईं लाशों की ढेर, अब तक 493 की मौत, 2751 जख्मी
(Photo : X)

गाजा, 9 अक्टूबर :  इजराइल के 7 अक्टूबर को हमास आतंकवादी समूह के अचानक हुए हमले के जवाब में गाजा पट्टी पर हवाई हमले शुरू करने के बाद से सोमवार वहां मरने वालों की संख्या बढ़कर 493 हो गई, जबकि 2,751 लोग घायल हुए हैं. समाचार एजेंसी शिन्‍हुआ को भेजे गए एक बयान में हमास द्वारा संचालित फ़िलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि पीड़ितों में 91 बच्चे और 61 महिलाएं शामिल हैं, जो इजरायली हवाई हमलों में उनके घरों पर हमला होने से मारे गए.

मंत्रालय ने बताया कि घायलों में 244 बच्चे और 151 महिलाएं शामिल हैं. इस बीच, इजराइल ने मरने वालों की संख्या 700 से अधिक होने का दावा किया है. संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों के अनुसार, सोमवार तक इज़राइल-हमास संघर्ष शुरू होने के बाद से तीन दिन में गाजा में कुल 1,23,538 लोग आंतरिक रूप से विस्थापित हुए हैं. एक बयान में, मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (ओसीएचए) ने कहा: "17,500 से अधिक परिवार जिनमें 1,23,538 से अधिक लोग शामिल हैं, गाजा में आंतरिक रूप से विस्थापित हो गए हैं - ज्यादातर डर, सुरक्षा चिंताओं और उनके घरों के विनाश के कारण."  यह भी पढ़े: भारतीय-अमेरिकी नेताओं ने कहा, हमास के हमले के बाद वे इजराइल के साथ खड़े हैं

साथ ही अपने नवीनतम अपडेट में, नियर ईस्‍ट में फिलिस्तीन शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) ने कहा कि वह वर्तमान में गाजा पट्टी के सभी क्षेत्रों में अपने 64 स्कूलों में 73,538 आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों (आईडीपी) को आश्रय दे रही है. यूएनआरडब्ल्यूए के प्रवक्ता अदनान अबू हसना को उम्मीद है कि विस्थापित लोगों की संख्या और बढ़ेगी. उन्होंने कहा: "इन स्कूलों में बिजली है। हम उन्हें भोजन, साफ पानी, मनोवैज्ञानिक सहायता और चिकित्सा उपचार प्रदान करते हैं."

एजेंसी ने यह भी दावा किया कि गाजा पट्टी में 225 से अधिक विस्थापित लोगों को आश्रय देने वाला यूएनआरडब्ल्यूए स्कूल सीधे हवाई हमले की चपेट में आ गया. विस्थापितों में कोई हताहत नहीं हुआ लेकिन स्कूल को बड़ी संरचनात्मक क्षति हुई. गाजा में 23 लाख फिलिस्तीनी रहते हैं. इज़राइल ने 7 अक्टूबर को अपने जवाबी हवाई हमले शुरू करने से पहले कुछ क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को छोड़ने की चेतावनी दी थी.