इजरायल-हमास युद्ध का होगा अंत? ट्रंप के शांति प्रस्ताव पर बातचीत के लिए नेतन्याहू ने मिस्र भेजी टीम

लगभग दो साल से चल रही इजरायल-हमास की भयानक लड़ाई अब शायद खत्म होने की कगार पर है. एक उम्मीद की किरण बनकर सामने आया है अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का 'गाजा शांति प्लान', जिस पर अब तेजी से काम शुरू हो गया है. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने खुद टीवी पर आकर देश को बताया है कि इस मामले में अच्छी प्रगति हो रही है और जल्द ही सभी बंधकों को छुड़ा लिया जाएगा.

बातचीत के लिए मिस्र जाएगी टीम

प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने शनिवार को अपने बयान में साफ किया कि उन्होंने अपनी एक टीम को मिस्र भेजने का निर्देश दिया है. यह टीम ट्रंप के शांति समझौते की बाकी बची शर्तों और तकनीकी चीजों पर बात करके उन्हें फाइनल करेगी. नेतन्याहू ने उम्मीद जताई कि आने वाले कुछ ही दिनों में बंधकों की रिहाई की खुशखबरी मिल सकती है. अमेरिका भी इस मामले में पूरी तरह सक्रिय है और उसके दो दूत भी इस बातचीत के लिए मिस्र पहुंच रहे हैं.

हमास पर नेतन्याहू का कड़ा रुख

हालांकि नेतन्याहू शांति की बात कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने हमास को एक कड़ा संदेश भी दिया है. उन्होंने कसम खाई है कि हमास से सारे हथियार छीन लिए जाएंगे, यानी उसका निशस्त्रीकरण किया जाएगा. उन्होंने कहा, "हमास को निशस्त्र किया जाएगा. यह या तो ट्रंप के शांति प्रस्ताव से होगा या हमारी सैन्य कार्रवाई से. यह चाहे आसान रास्ते से हो या कठिन रास्ते से, लेकिन होकर रहेगा."

ट्रंप का अल्टीमेटम और हमास का यू-टर्न

इस शांति प्रस्ताव की पहल डोनाल्ड ट्रंप ने की थी. उन्होंने हमास को रविवार शाम 6 बजे तक का अल्टीमेटम दिया था कि या तो वो इस प्रस्ताव को मान ले, वरना गाजा में उसे पहले जैसा 'नर्क' देखने को मिलेगा. ट्रंप की इस चेतावनी का असर हुआ.

हमास ने समय रहते जवाब दिया और कहा कि वह सभी इजरायली बंधकों (जिंदा और मृत) को छोड़ने के लिए तैयार है. सबसे बड़ी बात यह है कि हमास ने गाजा का प्रशासन छोड़ने की शर्त भी मान ली है. हमास के इस रुख का ट्रंप ने स्वागत किया और इजरायल से तुरंत बमबारी रोकने की अपील की.


आखिर क्या है ट्रंप के 20-सूत्री प्लान में?

ट्रंप का यह प्लान सिर्फ युद्ध खत्म करने के लिए नहीं है, बल्कि गाजा के भविष्य को लेकर भी एक रोडमैप पेश करता है. इसकी कुछ खास बातें ये हैं:

  • तुरंत युद्धविराम: लड़ाई फौरन रोकी जाएगी.
  • बंधकों की रिहाई: 72 घंटों के अंदर सभी बंधकों को छोड़ा जाएगा.
  • कैदियों की अदला-बदली: बंधकों के बदले में इजरायली जेलों में बंद फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया जाएगा.
  • हमास सत्ता से बाहर: हमास को निशस्त्र किया जाएगा और वह गाजा की सत्ता से हट जाएगा.
  • नई सरकार का गठन: गाजा में एक्सपर्ट लोगों की एक अस्थायी सरकार बनेगी, जिसमें हमास का कोई दखल नहीं होगा.
  • सेना की वापसी: इजरायली सेना धीरे-धीरे गाजा से बाहर निकल जाएगी.
  • शांतिपूर्ण गाजा: गाजा को कट्टरपंथ और आतंकवाद से मुक्त बनाया जाएगा ताकि वह पड़ोसियों के लिए खतरा न बने.
  • गाजा का पुनर्निर्माण: युद्ध में तबाह हुए गाजा को फिर से बसाने का काम किया जाएगा.

कुल मिलाकर, यह एक बड़ा मौका है जब मध्य पूर्व में शांति की एक नई शुरुआत हो सकती है. अब सबकी नजरें मिस्र में होने वाली बातचीत पर टिकी हैं.