इमरान खान के इस बयान से कई देश हो सकते है नाराज, ISI को लेकर कही ये बड़ी बात
सेना के मीडिया प्रकोष्ठ 'इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस' (आईएसपीआर) द्वारा जारी एक बयान के अनुसार प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए, खासकर आतंकवाद विरोधी प्रयासों में आईएसआई के योगदान की सराहना की. उन्होंने कहा कि आईएसआई (ISI) रक्षा की हमारी पहली पंक्ति है और दुनिया की सर्वश्रेष्ठ खुफिया एजेंसी के रूप में काम कर रही है.
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के और पीटीआई (PTI) चीफ इमरान खान पहली बार शक्तिशाली जासूसी एजेंसी आईएसआई (ISI) के मुख्यालय गए और उसे देश की 'फर्स्ट डिफेंस लाइन' बताया. एक आधिकारिक बयान के अनुसार 'इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस' (ISI) के वरिष्ठ अधिकारियों ने बुधवार को वरिष्ठ कैबिनेट मंत्रियों के साथ इमरान खान को विभिन्न सामरिक खुफिया और राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों के बारे में विस्तार से जानकारी दी.
सेना के मीडिया प्रकोष्ठ 'इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस' (आईएसपीआर) द्वारा जारी एक बयान के अनुसार प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए, खासकर आतंकवाद विरोधी प्रयासों में आईएसआई के योगदान की सराहना की. उन्होंने कहा कि आईएसआई (ISI) रक्षा की हमारी पहली पंक्ति है और दुनिया की सर्वश्रेष्ठ खुफिया एजेंसी के रूप में काम कर रही है. यह भी पढ़े-इमरान खान की सरकार ने सिख समुदाय को दिया वह तोहफा जिसका वो सालों से इंतजार कर रहे थे
इमरान खान (Imran Khan) ने आईएसआई के अधिकारियों से कहा कि उनकी सरकार और पाकिस्तान के लोग सशस्त्र बलों और खुफिया एजेंसियों के पीछे दृढ़ता से खड़े हैं. उन्होंने इन संस्थानों की 'अभूतपूर्व उपलब्धियों' की सराहना की.
गौरतलब है कि पाकिस्तान में 25 जुलाई को हुए आम चुनाव में इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) ने 116 सीटें जीती थीं, लेकिन इमरान समेत कुछ उम्मीदवारों के एक से ज्यादा सीटों पर चुनाव जीतने की वजह से पार्टी को छह सीटें छोड़नी पड़ीं. चुनाव आयोग ने पीटीआई को नौ सीटें अल्पसंख्यक कोटे की और 33 सीटें आरक्षित कोटे की दीं.
(इनपुट-भाषा से भी)