अब चीन का ब्रिटेन से पंगा, हांगकांग को लेकर दी धमकी
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Photo Credits: IANS)

ब्रिटेन स्थित चीनी दूतावास के प्रवक्ता ने कहा कि ब्रिटेन ने चीन के गंभीर रुख और बार-बार मामला उठाने की अनदेखी कर एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय कानून और अंतरराष्ट्रीय संबंधों के बुनियादी नियम का उल्लंघन किया और चीन के अंदरूनी मामले पर उद्दंडतापूर्ण दखलंदाजी की, हांगकांग संबंधी राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के कार्यान्वयन को बाधित करने से हांगकांग में समृद्धि और स्थिरता को नुकसान पहुंचाया. चीन इसकी कड़ी निंदा करता है और दृढ़ता के साथ विरोध करता है. रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटिश विदेश मंत्री डोमिनिक रॉब ने 20 जुलाई को संसद के निचले सदन में एलान किया कि ब्रिटेन जल्द ही अनिश्चित काल तक हांगकांग के साथ अस्थाई तौर पर प्रत्यर्पण संधि को बंद करेगा, और साथ ही हांगकांग में संबंधित हथियारों के निर्यात पर प्रतिबंध लगाएगा.

ब्रिटेन में चीनी दूतावास के प्रवक्ता ने संबंधित मुद्दे की चर्चा करते हुए कहा कि हाल ही में ब्रिटेन ने हांगकांग संबंधी राष्ट्रीय कानून को लेकर कई बार गलत कथनी और करनी की, हांगकांग मामले और चीन के अंदरूनी मामले पर हस्तक्षेप किया. चीन ने ब्रिटेन के समक्ष कई बार गंभीरता से मामला उठाया और कड़ा असंतोष और दृढ़ विरोध जताया. प्रवक्ता ने कहा कि चीन सरकार का हांगकांग संबंधी राष्ट्रीय कानून के कार्यान्वयन वाला दृढ़ संकल्प कभी नहीं बदलेगा. राष्ट्रीय प्रभुसत्ता, सुरक्षा और विकास हितों की रक्षा करने का दृढ़ संकल्प भी कभी नहीं बदलेगा. चीन किसी भी बाहरी शक्ति के हस्तक्षेप का दृढ़ता के साथ विरोध करता है. चीन के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप करने वाली किसी भी कार्रवाई का दृढ़ता के साथ जवाब देगा. यह भी पढ़े: अमेरिका ने निभाई भारत से दोस्ती, गलवान घाटी में चीन के दुस्साहस के बाद राष्ट्रीय रक्षा प्राधिकरण अधिनियम को सर्वसम्मति से किया पारित

चीनी प्रवक्ता ने कहा कि चीन ने ब्रिटेन से हांगकांग मामले और चीन के अंदरूनी मामले पर हस्तक्षेप शीघ्र ही बंद करने का आग्रह किया. साथ ही कहा कि वह गलत रास्ते पर आगे न बढ़े, वरना इसके बुरे परिणाम होंगे.

( साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग )