एक यूरोपीय संस्थान की शोध रिपोर्ट के मुताबिक 2022 में मई से सितंबर के बीच 61,600 लोगों की मौत हो गई. ये सारी मौतें भीषण गर्मी की वजह से हुईं.यूरोपीय स्वास्थ्य संस्थान की यह रिपोर्ट दिखाती है कि पश्चिमी देशों में गर्मी से बचने के उपाय कितने नाकाफी हैं. 2022 यूरोप के लिए रिकॉर्ड गर्मी वाला साल रहा और 35 देशों में किए गए इस शोध से पता चलता है कि पूरे महाद्वीप के देश इससे किस कदर प्रभावित हैं. नेचर मेडिसिन जर्नल में प्रकाशित इस रिपोर्ट में जिक्र है कि भूमध्यसागरीय देश ग्रीस, इटली, पुर्तगाल और स्पेन में सबसे ज्यादा मौतें हुईं. इटली में सबसे ज्यादा 18,010 लोगों की मौत हुई जबकि स्पेन में 11,324 और जर्मनी में 8,173 लोगों की जान गई.
विकलांगों के लिए ज्यादा खतरनाक है लू
गर्मी का प्रकोप
बार्सिलोना इंस्टीट्यूट ऑफ ग्लोबल हेल्थ में प्रोफेसर और इस रिपोर्ट की सह-लेखिका जोन बैलिस्टर कहती हैं, "भूमध्यसागर मरूस्थलीकरण से प्रभावित है. गर्मियों में शुष्क जलवायु की वजह से हीटवेव का असर बहुत ज्यादा होता है." पिछली गर्मियों में यूरोपीय देशों में भयंकर सूखा और जंगलों की आग फैली. जुलाई के महीने में पुर्तगाल में तापमान 47 डिग्री तक पहुंच गया. इससे पहले 2003 में तापमान इस स्तर पर पहुंचा था.
गर्मी से यूरोप की हालत पस्त, जर्मनी में हर साल गर्मी से 20 हजार मौतें
फ्रांस समेत कुछ यूरोपीय देशों ने साल 2003 की गर्मी झेलने के बाद बढ़ते तापमान का सामना करने के लिए राष्ट्रीय प्लान बनाया है जिसमें चेतावनी व्यवस्था और शहरों में ज्यादा हरियाली वाली जगहें बनाना शामिल है लेकिन जैसा कि रिपोर्ट दिखाती है ये सब काफी नहीं है.
एसबी/ओएसजे (रॉयटर्स)