मेक्सिको की खाड़ी में पाइपलाइन में आग लगने के बाद फूटा पर्यावरणविदों का गुस्सा
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: File Photo)

‘ग्रीनपीस मेक्सिको’ ने कहा कि शुक्रवार को हुई यह दुर्घटना पानी के नीचे के एक वाल्व के काम करना बंद करने की वजह से हुई लगती है और यह जीवाश्म ईंधनों को बढ़ावा देने की मेक्सिको की नीति के खतरे को दर्शाता है. राष्ट्रपति एंड्रेस मैनुअल लोपेज ओब्राडोर (Andres Manuel Lopez Obrador) ने ज्यादा से ज्यादा तेल के कुएं खोदने और तेल रिफाइनरी खरीदने या बनाने पर बेतहाशा जोर दिया है. उन्होंने तेल को “दुनिया का सर्वश्रेष्ठ कारोबार” बताया है. ग्रीनपीस ने एक बयान में कहा कि यह आग जिसे बुझाने में पांच घंटे से ज्यादा का वक्त लगा, ‘‘यह उन गंभीर खतरों को दर्शाती है जो मेक्सिको के जीवाश्म ईंधन मॉडल पर्यावरण और लोगों की सुरक्षा के लिए उत्पन्न करता है.”

जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने अपने ट्विटर अकाउंट पर आग के इस भयंकर गोले का वीडियो क्लिप फिर से पोस्ट किया. थनबर्ग ने लिखा, “सत्ता में बैठे लोग खुद को जलवायु नेता बता रहे हैं जो नये तेल क्षेत्र, पाइपलाइन और कोयला ऊर्जा संयंत्र खोल रहे हैं- भविष्य में तेल खुदाई के लिए नये लाइसेंस दे रहे हैं. वे यह दुनिया हमारे लिए छोड़कर जा रहे हैं.” मेक्सिको की सरकारी तेल कंपनी ने शुक्रवार को कहा था कि खाड़ी में खुदाई वाले क्षेत्र के पास समुद्र के नीचे बनी गैस पाइपलाइन में विस्फोट हो गया. यह भी पढ़ें : America: अमेरिका में भारत के राजदूत तरनजीत संधू ने व्हाइट हाउस में युवा नेताओं से बातचीत की

देश के अग्निशमन विभाग ‘पेट्रोलियोज मेक्सिकानोज’ ने आग पर काबू पाने के लिए और पानी डाले जाने के लिए अग्नि नियंत्रण नौकाएं मौके पर भेजी थीं. कंपनी ‘पेमेक्स’ ने कहा कि कू मालूब जाप क्षेत्र में तट के पास हुई घटना में कोई घायल नहीं हुआ.

यह साफ नहीं हो पाया है कि गैस रिसाव और समुद्र में हुए अग्नि विस्फोट के कारण पर्यावरण को कितना नुकसान हुआ है.