डोनाल्ड ट्रंप ने फेसबुक और इंस्टाग्राम के सीईओ मार्क जकरबर्ग को चेतावनी दी है कि अगर उन्होंने 2024 के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान कोई अवैध गतिविधि की, तो उन्हें उम्रकैद हो सकती है. यह चेतावनी ट्रंप के आगामी पुस्तक "सेव अमेरिका" से आई है, जो 3 सितंबर को बाजार में आने वाली है. इस पुस्तक में ट्रंप ने जकरबर्ग पर 2020 के चुनाव में साजिश करने का आरोप लगाया है.
जकरबर्ग का स्वीकार और ट्रंप की प्रतिक्रिया
मार्क जकरबर्ग ने हाल ही में स्वीकार किया था कि उन्होंने बाइडन-हैरिस प्रशासन के अनुरोध पर कुछ सूचना को सेंसर किया था. जकरबर्ग का कहना है कि बाइडन प्रशासन ने COVID-19 से संबंधित कुछ सामग्री को फेसबुक पर सेंसर करने के लिए दबाव डाला था. इस स्वीकार के तुरंत बाद, ट्रंप ने जकरबर्ग पर आरोप लगाया कि उन्होंने 2020 के चुनाव में उनके खिलाफ साजिश की थी.
ट्रंप की पुस्तक में, उन्होंने जकरबर्ग की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने चुनाव के दौरान जकरबर्ग के साथ एक बैठक की थी और उन्हें चुनाव के परिणाम से गहरा आघात हुआ था. ट्रंप ने चेतावनी दी कि अगर जकरबर्ग या कोई और 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में अवैध गतिविधियों में शामिल होता है, तो उन्हें जीवन की सजा मिल सकती है.
JUST IN: 🇺🇸 Donald Trump warns Facebook and Instagram CEO Mark Zuckerberg he will face life in prison if he commits any illegal acts during the 2024 election.
This follows Zuckerberg admitting that he censored information at the request of the Biden-Harris administration. pic.twitter.com/xb3VQQwWDe
— BRICS News (@BRICSinfo) August 28, 2024
जकरबर्ग और ट्रंप के बीच विवाद
ट्रंप के अनुसार, जकरबर्ग और उनकी पत्नी प्रिसिला चान ने 2020 के चुनाव में चुनाव व्यवस्था को मदद देने के लिए 420 मिलियन डॉलर दान किए थे. ट्रंप ने जकरबर्ग को खुली धमकी दी कि अगर वह या कोई अन्य व्यक्ति इस बार भी अवैध गतिविधियों में शामिल होता है, तो उसे उम्रकैद हो सकती है.
जकरबर्ग का खंडन और सार्वजनिक माफी
हाल ही में, मार्क जकरबर्ग ने एक पत्र में स्वीकार किया कि उन्होंने Hunter Biden के लैपटॉप की कहानी को दबाकर गलती की थी. उन्होंने यह भी कहा कि बाइडन टीम ने COVID-19 से संबंधित सामग्री को छिपाने के लिए दबाव डाला था, जिसे उन्होंने गलत कदम माना.
2024 चुनाव में जकरबर्ग की भूमिका
इस बीच, जकरबर्ग ने स्पष्ट किया है कि वह 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में किसी भी पक्ष का समर्थन नहीं करेंगे और चुनाव के दिन तक किसी भी प्रकार की सहायता प्रदान नहीं करेंगे. ट्रंप की टीम के साथ एलोन मस्क जैसे अमीर लोग चुनाव में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं, जबकि जकरबर्ग ने चुनाव से दूर रहने का निर्णय लिया है.
इस विवाद के बीच, ट्रंप ने जकरबर्ग को चेतावनी दी है कि अगर उन्होंने इस चुनाव में धोखाधड़ी की, तो उन्हें लंबे समय के लिए जेल में रहना पड़ सकता है.